राजनीति में कब कौन किस मोड़ पर बदल जाए, कुछ कह नहीं सकते लोकसभा चुनाव 2024 बीजेपी की सत्ता एक बार फिर आ गई ,और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बन गए, लेकिन गोरतलब है की ज्यादातर राज्यों में जिसमे बीजेपी को हारने की उम्मीद भी ना थी उन राज्यो में बीजेपी बुरी तरीक़े से हार गई।
लोकसभा चुनाव के मतदान तक नीतीश कुमार को लोग बीजेपी का समार्थक मान रहे थे,अब उन्हीं नीतीश कुमार ने बाजी पलट दी है, राजनीतिक हालात ऐसे बने हैं कि नीतीश कुमार राजनीतिक तौर पर अगले 5 साल के लिए प्रासंगिक हो गए हैं 2 महीने पहले तक इस बात की चर्चा हर तरफ थी कि लोकसभा चुनाव के बाद क्या BJP नीतीश कुमार को कंटिन्यू करेगी? अब वर्तमान राजनीतिक समीकरण ने जवाब दे दिया है.BJP के लिए केंद्र की राजनीति बेहद महत्वपूर्ण है केंद्र सरकार की मजबूती के लिए नीतीश कुमार के 12 सांसद बेहद महत्वपूर्ण हैं।
भाजपा को अब इसके बदले में बिहार में अपने मुख्यमंत्री की इच्छा की कुर्बानी देनी होगी। अगर नीतीश कुमार को बिहार में डिस्टर्ब करने की कोशिश की गई, तो नीतीश केंद्र की राजनीति में खेला खेल सकते है। आपको बता दे की आनन फानन में नीतीश कुमार ने कैबिनेट मीटिंग बुलाई है। ये वही नीतीश कुमार है जो कुछ दिन पहले इतने बीमार हो गए थे की चंद्र बाबू नायडू के शपत ग्रहण समारोह में भी नहीं जा पाए। लेकिन दो दिन बाद ही नीतीश कुमार की हालत एकदम से सही हो जाती है। तेजस्वी यादव ने भी इस बात का खुलासा किया था की 4 जून के बाद नीतीश कुमार अपनी बाजी पलटेगे।