लोकसभा चुनाव 2024 के संपन्न होने के बाद,उपचुनाव की दस्तक के बीच,एक तरफ एनडीए गठबंधन ने अपने साथियों के साथ मिलकर,उपचुनाव की सभी सीटों पर जीत का कैनवास बिछाने की पूरी कोशिश शुरू कर दी है,तो वही इंडिया गठबंधन ने भी अपनी पूरी ताकत झोकने का प्लान बना लिया है,लेकिन इन सबके बीच, दोनों ही मुख्य गठबंधन इंडिया और एनडीए और उनके सहयोगी दलों की डिमांड को देखते हुए,आपसी तालमेल को बिठाना एक बहुत बड़ी चुनौती भी है l वह चुनौती क्या है और कैसे,यह घटक दल अपने ही मुख्य गठबंधन “इंडिया” और “एनडीए” को चुनौती देते दिख रहे हैं
दरअसल,चुनाव आयोग ने अब तक उपचुनाव के लिए तारीखों की घोषणा नहीं की है, लेकिन दोनों गठबंधनों के प्रमुख दलों भाजपा और समाजवादी पार्टी ने अपनी-अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं l सियासी जानकार कहते हैं कि इस बार उपचुनाव भले ही मात्र 10 सीटों पर हो रहा हो,इनके नतीजों का असर पक्ष और विपक्ष दोनों के मनोबल पर जरूर पड़ेगा l निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और योगी सरकार में मंत्री संजय निषाद का कहना है,कि उनकी पार्टी की विधानसभा चुनाव में जो सीट थी उस पर वह उपचुनाव भी लड़ेगी l उन्होंने,कहा कि भाजपा बहुत अच्छे से गठबंधन धर्म निभाना जानती है l वह जो कहती है, वही करती है l इससे अच्छा गठबंधन धर्म कोई नहीं निभा सकता और गठबंधन के सभी साथी पूरी ताकत से चुनाव अभियान में जुटे हैं l
इस चुनाव में एनडीए पूरी तरह से विजय हासिल करेगा l सहयोगियों को सीट देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह शीर्ष नेतृत्व तय करेगा l उधर एनडीए का दूसरा घटक दल राष्ट्रीय लोक दल भी अपनी सीटों को लेकर संतुष्ट दिखाई दे रहा है,रालोद के प्रवक्ता अनिल दुबे का कहना है कि उपचुनाव को लेकर पार्टी की पूरी तैयारी है,जो पार्टी की पुरानी सीट है उस पर चुनाव लड़ेंगे l शेष पर राष्ट्रीय नेतृत्व आपस में बात करेंगे l जहां एक तरफ एनडीए के घटक दल एनडीए की मजबूती की बात कर रहे हैं तुम्हारी दूसरी तरफ इंडिया भी कहीं से पीछे नहीं है 37 सीटों के साथ अपनी साइकिल को स्पीड दे चुके अखिलेश यादव संविधान की रक्षा के राहुल के साथ मिलकर इस उप चुनाव को यादगार बना देना चाहते हैं l कांग्रेस के प्रवक्ता अंशू अवस्थी के मुताबिक, उपचुनाव में कांग्रेस और सपा साथ मिलकर भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे l
उन्होंने कहा,कि सीटों को लेकर शीर्ष स्तर पर दोनों पार्टियों के नेताओं की बातचीत चल रही है l लोकसभा की तरह उपचुनाव में ‘इंडिया’ ब्लॉक भाजपा को हराने जा रहा है l लेकिन दोनों ही गठबंधनों के लिए आपस के सहयोगियों की सीटों की डिमांड को लेकर अगर ताल में ना बैठा तो,इसके दूरगामी परिणाम भी देखने को मिल सकते हैं l फिलहाल उपचुनाव जहां एक तरफ पक्ष और विपक्ष दोनों को प्रभावित करेगा,तो वही 2027 में होने वाले मुख्य विधानसभा चुनाव में दोनों ही गठबंधनों की चल रही,अंदरुनी तैयारीयो को भी बयां करेगा l