लोकसभा चुनाव के बाद से,उत्तर प्रदेश बीजेपी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है l बीजेपी कार्यसमिति में सरकार से बड़ा संगठन बताने वाले,डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य अब खुलकर मैदान में उतर गए हैं l कैबिनेट की बैठक के बाद,कुंभ को लेकर प्रयागराज में हुई मीटिंग से भी केशव ने दूरी बनाए रखी और अब अपनी सरकार से सवाल पूछने लगे हैं l कुछ ऐसे ही सवाल साथ के घटक दल की मुखिया अनुप्रिया पटेल ने भी योगी सरकार पर दागे थे l ऐसे में माना जा रहा है,कि केशव प्रसाद मौर्य का योगी सरकार से अब टटा होना तय है l अभी यह मौका नहीं आया है योगी सरकार से सीधी खिलाफत केशव प्रसाद मौर्य ने ली हो l लेकिन आज की रिपोर्ट में हम आपको केशव प्रसाद मौर्य की उसे खत की भी वह छिपी दास्ता बताएंगे,जिसके सामने आने के बाद,सियासी घमासान मचना तय है l
यही नहीं विपक्ष के हाथ कहीं ऐसा ना हो,कि केशव कोई बड़ा मौका दे दे l दरअसल,इस बार केशव प्रसाद मौर्य का शासन को भेजो 15 जुलाई को एक खत सुर्खियों में आ गया है इस पत्र में केशव ने, अपनी ही योगी सरकार से पूछा कि,संविदा और आउटसोर्सिंग से होने वाली,भर्तियों में आरक्षण के नियमों का पालन कितना किया गया है?सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बीच कई बार मनमुटाव की खबरें आईं है,लेकिन पिछले सात सालों में पहली बार,केशव ने फ्रंटफुट पर उतरकर मोर्चा खोल दिया है l सरकारी विभागों में संविदा और आउटसोर्सिंग से हुई नियुक्तियों को लेकर,केशव मौर्य ने 15 जुलाई को,”नियुक्ति और कार्मिक विभाग” के अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी को पत्र लिखा l
इसमें उन्होंने कहा कि विधान परिषद के प्रश्नों की ब्रीफिंग के दौरान,”कार्मिक विभाग” के अधिकारियों से आउटसोर्सिंग और संविदा पर कार्यरत कुल अधिकारियों और कर्मचारियों की जानकारी मांगी थी l केशव ने पूछा था,कि संविदा भर्ती में आरक्षण के नियम का कितना पालन किया गया l इसके अलावा उन्होंने 69000 सहायक अध्यापक भर्ती में आरक्षण की विसंगति के बाद चयनित 6800 आरक्षण वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने के मुद्दा का जिक्र किया है l उनका मानना है,कि शिक्षक भर्ती में आरक्षण का यह मुद्दा काफी दिनों से अटका है, इसके कारण ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थी आंदोलन कर रहे हैं l
ऐसे में इसका पालन कर लिया जाना चाहिए l भले ही इसको केशव प्रसाद मौर्य बहुत संजीदगी के साथ पेश कर रहे हो,लेकिन हकीकत यह है,कि कहीं ना कहीं केशव प्रसाद मौर्य अब अनुप्रिया पटेल की तरह ही फ्रंट फुट पर आकर लड़ाई करने को तैयार है l इस बात का शोकेस पिछले दो दिन पहले दिख गया l जब,कुंभ की तैयारियों को लेकर सीएम योगी की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में,केशव प्रसाद शामिल नहीं हुए,जबकि फूलपुर के सांसद, मंत्री नंद गोपाल नंदी सहित,सभी प्रयागराज के विधायकों ने शिरकत की l मतलब साफ है,कि अब केशव प्रसाद मौर्य योगी से सीधे दो-चार करने के मूड में आ गए हैं l अब ऐसे में देखना यह होगा,कि इस खत से मचे घमासान के बाद, केशव को योगी का क्या जवाब मिलता है l