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तिरुपति मामले में स्वामी प्रसाद मौर्य की एंट्री l साधु,महंतों को कही बड़ी बात

India Junction News Bureau

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Published: September 21, 2024 5:55 pm

इस समय केंद्र की राजनीति में प्रसाद का मामला तेजी के साथ विपक्ष के हाथ एक बहुत बड़ा हथियार मिलते दिखा l जिससे बीजेपी सरकार की कड़ी आलोचना हुई और इस बीच उत्तर प्रदेश से एक ऐसे नेता ने आवाज उठाई l जिसने न सिर्फ बीजेपी पर उंगली उठाई,बल्कि धर्म के नाम पर बयान देने में माहिर इस नेता के,इस बयान के मायने क्या है ? यह भी एक बहुत बड़ा सवाल बनकर सामने आने वाला है ? आखिर यह नेता कौन है और अचानक इस नेता ने क्यों अवतरण लिया? दरअसल आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में प्रसाद वाले मामले को लेकर हंगामा मचा हुआ है l लड्डू में जानवरों की चर्बी और एनिमल फैट मिले होने की बात सामने आने के बाद,सियासी गलियारों से लेकर साधु समाज और जनता तक में गुस्से की लहर है l

इसी बीच उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी भड़ास निकाली है l उन्होंने पुजारी और संत समाज पर ही सवाल खड़ा कर दिया है ?
स्वामी मौर्य ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि,तिरुपति बालाजी मन्दिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलने की घटना ने मन्दिर के व्यवस्थापक सन्त, महन्त, पण्डे, पुजारियों के मिली भगत का पोल खोल दिया है l क्योंकि “प्रसाद” या प्रसाद के लिए लायी गई सामग्री बिना उनकी सहमति के मन्दिर प्रांगण में आ ही नहीं सकती l यह धर्माचार्य, पण्डे, पुजारी और सन्त महन्त केवल जनता और भक्तों को ही नहीं अपितु अपने तथाकथित भगवान को भी धोखा दिया है l राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के अध्यक्ष मौर्य ने लिखा, ‘इससे यह भी स्पष्ट हो गया है कि तथाकथित हिंदू धर्म का दुश्मन कोई और नहीं बल्कि इस धर्म के ठेकेदार ही है l

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यह और भी चिन्तनीय इसलिए है क्योंकि तथाकथित हिन्दू धर्म के ठेकेदारों एवं उनके सहयोगी पार्टियों की सरकारें केन्द्र और प्रदेशों में है l स्वामी प्रसाद मौर्य ने आज से ठीक 1 साल पहले नवरात्रि के महीने में ही मां लक्ष्मी और दीपावली के महीने में हिंदू देवी देवताओं पर टिप्पणी को लेकर अपनी राजनीति को एक नया मोड़ देने की कोशिश की थी l जिसकी वजह से अखिलेश और डिंपल ने उनसे हाथ खींच लिया था और खुद की बेटी सुमित्रा मौर्य ने भी बीजेपी का साथ देते हुए,अपने पिता को अकेले छोड़ दिया था,लेकिन एक बार फिर स्वामी प्रसाद मौर्य ने धर्म के नाम पर चल रही राजनीति पर कड़ी टिप्पणी की है और इस टिप्पणी में साधु,महंतों का नाम आया है l इससे ठीक पहले अखिलेश यादव साधु और महंतों पर कड़ी आलोचना कर,बीजेपी का शिकार हुए थे l अब ऐसे में स्वामी प्रसाद मौर्य की टिप्पणी के आने के बाद,संत और महंत समाज की तरफ से स्वामी प्रसाद मौर्य को किस तरह से निशाने पर लिया जाएगा और भाजपा इसका जवाब कैसे देगी ? यह सवाल भी अब जनता के दिमाग में कौध रहा है l

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