उत्तर प्रदेश के विधानसभा उपचुनाव से पहले हैदराबाद की गूंज l अब उत्तर प्रदेश के गलियारों में भी गुजरने लगी है l सत्ता के गलियारों से यह खबर कहीं ना कहीं कई लोगों को हैरान और परेशान कर देती है l सबसे पहले यह खबर एनडीए को परेशान कर सकती है l आखिर हैदराबाद से उत्तर प्रदेश में क्या कनेक्शन है और इस कनेक्शन के बाद,अब लोकसभा उपचुनाव विधानसभा उपचुनाव में क्या गुल खिलने वाला है l दरअसल हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम, चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी और पल्लवी पटेल की अपना दल (कमेरावादी) उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए एक साथ आने की तैयारी में हैं l उम्मीद है,कि तीनों दल 24 सितंबर यानी कल अपने गठबंधन की घोषणा कर सकते हैं l हालांकि अभी तक उनकी ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है l
मीडिया से बात करते हुए एआईएमआईएम प्रवक्ता पवन राव अंबेडकर ने कहा, “राजनीति में समय बहुत महत्वपूर्ण होता है और हम समय पर यूपी उपचुनावों के लिए अपनी रणनीति की घोषणा करेंगे l हमने लोकसभा चुनाव के दौरान ही घोषणा कर दी थी कि हमारी पीडीएम (पिछड़ा दलित मुस्लिम) की राजनीति है l उन्होंने कहा, “हम उत्तर प्रदेश में तीसरे मोर्चे के रूप में उभरेंगे l यूपी में 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले आगामी उपचुनावों में हम अपने पीडीएम एजेंडे के साथ पूरी तरह तैयार हैं l 2027 के यूपी विधानसभा चुनावों के लिए भी हम अपने गठबंधन सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं l हमारा ध्यान फिलहाल उत्तर प्रदेश में पीडीएम की लड़ाई को मजबूत करना है और हम राज्य में तीसरे मोर्चे के रूप में उभरना चाहते हैं l पल्लवी पटेल, जो पहले समाजवादी पार्टी की सहयोगी थीं,
2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पीडीएम (पिछड़ा दलित मुस्लिम) के बैनर तले असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम के साथ गठबंधन की घोषणा की थी और पल्लवी पटेल, चंद्र शेखर आज़ाद और असदुद्दीन ओवैसी l 2024 का लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ने की घोषणा की थी l हालाँकि, एआईएमआईएम और अपना दल (के) गठबंधन कोई महत्वपूर्ण छाप छोड़ने में विफल रहा l इस बीच, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने अभी तक उत्तर प्रदेश उपचुनाव के लिए सीट बंटवारे की घोषणा नहीं की है l कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी को पांच सीटों की सूची दी थी, जिन पर वह चुनाव लड़ना चाहती थी l हालांकि, सूत्रों के अनुसार, सपा कांग्रेस को दो से अधिक सीटें देने में इच्छुक नहीं थी l ओवैसी, आजाद और पटेल के एक साथ आने से भारतीय जनता पार्टी के वोट बैंक पर किसी तरह की सेंध लगने की संभावना भी फिलहाल जताई जा रही है l इधर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव से जब उत्तर प्रदेश उपचुनाव के लिए कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे के बारे में पूछा गया,तो उन्होंने इंडिया गठबंधन की एकता की बात दोबारा दोहरे दोहराई है l दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख अजय राय ने कहा कि उनकी पार्टी पांच सीटें मांग रही है, लेकिन गठबंधन के व्यापक हित में वे संख्या को लेकर अड़े नहीं हैं l बहुजन समाज पार्टी, जो पहले किसी भी तरह के उपचुनाव नहीं लड़ने में विश्वास रखती थी, ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह उत्तर प्रदेश की सभी 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव लड़ेगी lबसपा की घोषणा से मुकाबला न सिर्फ दिलचस्प हो गया है बल्कि बहुआयामी भी होगा l