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कांग्रेस ने लिया हिमाचल में योगी का साथ l आजमा लिया यह फार्मूला !

India Junction News Bureau

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Published: September 26, 2024 5:29 pm

उत्तर प्रदेश की तरह अब हिमाचल प्रदेश में भी हर भोजनालय और फास्ट फूड की रेहड़ी पर दुकान मालिक की आईडी लगाई जाएगी,ताकि लोगों को किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो l हिमाचल प्रदेश सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने सोशल मीडिया पर इस फैसले की जानकारी दी है l इसके बाद सवाल उठ रहे हैं,कि हिमाचल की कांग्रेस सरकार योगी आदित्यनाथ के एजेंडे पर क्यों आगे बढ़ रही है ? अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रेस्टोरेंट और ढाबों में नेम प्लेट लगाए जाने के लिए अधिनियम तक चेंज किए जाने की बात की थी l इसके बाद यही असर उत्तर प्रदेश से होकर हिमाचल तक क्यों पहुंच गया ?और आखिर हिमाचल प्रदेश में उत्तर प्रदेश की राजनीति का फंडा क्यों लगाया जा रहा है ?

दरअसल हिमाचल प्रदेश में हिंदुत्व की सियासत नई करवट लेती नजर आ रही है l हिमाचल की जनसंख्या में 97 फीसदी आबादी हिंदुओं की है और मुस्लिम समुदाय 2.1 फीसदी है l यहां मुसलमान प्रमुख रूप से शिमला, कुल्लू और मनाली जैसे पर्यटक वाले इलाके में बसे हुए हैं l वहीं, कुछ मुस्लिम आबादी कांगड़ा और मंडी जिलों में भी है l हिमाचल पहाड़ी राज्य है, जहां हिंदू धर्म का गहरा प्रभाव है l इसे देवभूमियानी देवताओं की भूमि भी कहा जाता है l हिमाचल के कई क्षेत्रों का महाभारत और रामायण जैसे प्राचीन ग्रंथों में जिक्र मिलता है l देवभूमि होने के नाते यहां देवी-देवताओं का हर वर्ग पूरा सम्मान करता रहा है, लेकिन देवी-देवताओं को लेकर भी कभी चुनावी माहौल नहीं बनाया गया और न ही कभी सियासत हुई l लेकिन,हिमाचल प्रदेश के डेमोग्राफी के आए बदलाव को लेकर इन दिनों हिंदुत्व की सियासत गर्मा गई है l

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हिमाचल में मुस्लिम समुदाय की आबादी इतनी कम है,कि वह सियासी तौर कोई खास असर नहीं डालते हैं l इस बात को कांग्रेस भी समझ रही है l हिमाचल में जिस तरह मुस्लिमों दुकानदारों की संख्या बढ़ी है, उसके चलते बीजेपी और हिंदू संगठनों ने उसे मुद्दा बनाया है l ऐसे में कांग्रेस बहुसंख्यक वर्ग को नाराज करने का जोखिम भरा कदम नहीं उठाना चाहती, जिसके चलते ही विक्रमादित्य सिंह जैसे मंत्री खुलकर हिंदुत्व के एजेंडे पर उतर गए हैं l कांग्रेस की राष्ट्रीय राजनीति से ज्यादा हिमाचल के स्थानीय नेताओं को अपनी सियासत की चिंता है l तो अब साफ हो चुका होगा कि कांग्रेस भी हिंदुत्व के एजेंट पर भाजपा का अनुपालन करने में क्यों जुटी हुई है ? क्योंकि हिमाचल में हिंदुत्व की अलख जगाने वाला हिंदू,अगर कांग्रेस से रूठ गया,तो कांग्रेस के लिए रास्ता निकल पाना बेहद कठिन होगा l ऐसे में अगर वह योगी का फार्मूला हिमाचल में अपना रहे हैं तो,उसके पीछे भारी हिंदू वोट बैंक के बैलेंसिंग के फार्मूले की राजनीति है l

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