लोकसभा चुनाव से पहले जब मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए थे,तो सीटों के बंटवारे को लेकर,अजय राय और अखिलेश यादव के बीच की नोक झोक इस कदर बढ़ गई थी, की अजय राय के विरोध में सपा के प्रदेश कार्यालय पर होल्डिंग लगाई गई तो,वहीं कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय पर भी समाजवादी पार्टी के खिलाफत भरे होल्डिंग लगाए गए l आलम यह हुआ,की प्रियंका और राहुल जैसे सीनियर लीडर को उतरकर,समझौता करना पड़ा था l आखिरकार समझौता भी हुआ और इंडिया गठबंधन ने अप्रत्याशित जीत भी उत्तर प्रदेश में हासिल की,लेकिन एक बार फिर तब की दुश्मनी का बदला अजय राय ने सपा से निकालने के लिए,अब क्या प्लान बनाया है और अचानक सपा के गढ़ भदोही जाकर,अजय राय ने ऐसा क्या गुल खिलाया,जिससे अखिलेश की न सिर्फ नींद उड़ेगी, बल्कि 10 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव में समीकरण भी काफी हद तक बदल सकते हैं ? गुपचुप तरीके से अजय राय का,भदोही जाना और अचानक योगी सरकार के खिलाफ खड़े हो जाना,यह कुछ ऐसे संकेत हैं,जो इस विधानसभा उपचुनाव को काफी कुछ बदल देंगे,
दरअसल विधानसभा उपचुनाव में सपा के सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारने के संकेत देते ही,कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने एक नई प्लानिंग के तहत भदोही का रुख किया है अचानक भदोही पहुंचे अजय राय ने भदोही के सपा विधायक जाहिद बेग के घर वालों से मुलाकात की और सपा विधायक के साथ ज्यादती होने का आरोप लगाया l कांग्रेस अध्यक्ष के इस कदम को सियासी तौर पर अहम माना जा रहा है,क्योंकि जेल में बंद जाहिद बेग के घर सपा का कोई भी बड़ा नेता नहीं पहुंचा है l जाहिद बेग के खिलाफ,नौकरानी के आत्महत्या के मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई है l उनकी पत्नी और बेटे के खिलाफ भी गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज है l इसी बीच जमीन पर कब्जा करने के मामले में दूसरी रिपोर्ट भी दर्ज करा दी गई है l जाहिद बेग और उनके बेटे जेल में हैं l अजय राय ने जाहिद बेग के भदोही स्थित आवास पर उनके चाचा,बड़े भाई छोटे भाई,भतीजे और परिवार वालों से मिलकर इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली l
यहां निकलने के बाद अजय राय ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला l आरोप लगाया,कि भाजपा सरकार जानबूझकर विपक्षी दल के नेताओं का उत्पीड़न कर रही है l विधायक जाहिद बेग के पिता यूसुफ बेग यहां से सांसद रहे हैं l जाहिद बेग दो बार के विधायक हैं l उनके आचरण और व्यवहार से भदोही पूरी तरह से वाकिफ है l उनके खिलाफ होने वाली हर कार्रवाई पूरी तरह से बदले की प्रवृत्ति है l कांग्रेस पार्टी न्याय के लिए सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी lअजय राय के इस कदम के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं,क्योंकि उन्होंने उपचुनाव में पांच सीटों पर दावा किया है l इसमें भदोही से सटी मझवां विधानसभा सीट भी है l सपा की ओर से कांग्रेस को सीटें नहीं देने के संकेत भी दिए जा रहे हैं l ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष का सपा विधायक के घर जाना सियासी तौर पर अहम है,क्योंकि 29 सितंबर से कांग्रेस ने उपचुनाव वाले विधानसभा क्षेत्रों में सम्मेलन भी शुरू कर दिया है l पार्टी सूत्रों का कहना है,कि गठबंधन में सीटें नहीं मिली तो कांग्रेस सभी 10 सीटों पर प्रत्याशी उतार सकती है l