गिरिराज सिंह की हिंदू स्वाभिमान यात्रा के बाद बीजेपी और जेडीयू के रिश्तों में तल्खी की भी चर्चा होने लगी थी अब गिरिराज सिंह की मौजूदगी में नीतीश कुमार की बैठक से यह साफ़ पता लगाया जा सकता है , की बिहार का राजा आखिर कौन होगा l दरअसल … बिहार में अगले साल विधानसभा के चुनाव हैं और चुनावी साल से पहले बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की हिंदू स्वाभिमान यात्रा ने सियासी तापमान बढ़ा दिया था l वहीँ नितीश कुमार की अगुवाई वाली जनता दल (यूनाइटेड) गिरिराज की यात्रा के खिलाफ खुलकर उतर आई l गठबंधन के दो प्रमुख घटक दलों के बीच तल्खी की बातें शुरू हुई तो बीजेपी ने इस यात्रा से अपना पीछा छुड़ा लिया l वहीँ बताया जा रहा है , की एनडीए की एकजुटता से लेकर मुख्यमंत्री के चेहरे तक, तमाम सवाल पिछले कुछ दिनों से बिहार की सियासत का हॉट टॉपिक बने हुए थे l इन सवालों के जवाब सोमवार को नीतीश के आवास पर हुई बैठक से मिल गए l
गिरिराज सिंह की मौजूदगी में नीतीश की बैठक से आखिर कोण से जवाब बहार आये? बिहार में नीतीश कुमार के भविष्य को लेकर भी अटकलों का दौर चल रहा था l नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव के बाद जब महागठबंधन का हाथ छोड़ कर एनडीए में वापसी की उनके साथ बीजेपी कोटे से दो डिप्टी सीएम- सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने भी शपथ ली l बिहार बीजेपी के तत्कालीन अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने शपथग्रहण के तुरंत बाद भी कहा कि बीजेपी की सरकार बनाना हमारा लक्ष्य है l वहीँ कहा जा रहा है की एनडीए की जहां भी सरकार है, ड्राइविंग सीट पर कोई और हो तब भी ड्राइविंग फोर्स बीजेपी ही रहती है l
वहीँ महारास्ट्र इसका सबसे सबसे बढ़िया उदाहरण है जहां सरकार की ड्राइविंग सीट पर शिवसेना और एकनाथ शिंदे हैं लेकिन वहां भी ड्राइविंग फोर्स बीजेपी ही है l बिहार में सीटों के मामले में आगे रहने के बावजूद बीजेपी बैक सीट पर ही है l वहीँ नीतीश कुमार ने पहले अपने आवास पर बैठक बुलाकर यह संदेश दिया कि ड्राइविंग सीट पर ही नहीं, ड्राइविंग फोर्स भी वही हैं इस बैठक में स्लोगन तय हुआ- 2025 फिर से नीतीश l यह स्लोगन इस बात पर मुहर की तरह देखा जा रहा है कि बिहार में एनडीए का मतलब नितीश कुमार हैं l