जब लोक सभा चुनाव 2024 हो रहा था,तो उस बीच अखिलेश यादव सिर्फ अपने संगठन को मजबूत करने में जुटे हुए थे और बयान बाजी से काफी हद तक बचते हुए नजर आ रहे थे l चुनाव में मिली अप्रत्याशित जीत और उत्तर प्रदेश में 37 सीटों के साथ,अपनी मजबूत पकड़ बनाने वाले अखिलेश अब इस समय सीधे तौर पर भाजपा,या यूं कहे कि मोदी सरकार पर हमलावर हो चुके हैं l इस बीच अखिलेश एक के बाद एक,अपने बयान या फिर अपने सोशल मीडिया अकाउंट से लगातार जनता को जागरुक करते दिख रहे हैं और बीजेपी को निशाने पर ले रहे हैं l चाहे NEET परीक्षा का मामला हो,या फिर कोई और विषय,उनके निशाने पर सीधे तौर पर भाजपा ही है lअखिलेश ने एक बार फिर,भाजपा को खरी खोटी सुनाई है l
इस बार अखिलेश ने भाजपा को क्या ऐसा कहा ?जिससे आम जनता के बीच अखिलेश की जगह लोकप्रियता में बदलती जा रही है l दरअसल,सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर नौजवानों का भविष्य बर्बाद करने का आरोप लगाया है और कहां है,कि इस सरकार ने शिक्षा और परीक्षा व्यवस्था को ‘नकल माफियायो’ के हवाले कर दिया है l यह सरकार एक भी परीक्षा पारदर्शिता से करने की क्षमता नहीं रखती है l पूरी सरकार भ्रष्टाचार में सराबोर है l भ्रष्टाचारियों की गिरफ्त में है l उन्होंने कहा,कि भाजपा ने 10 साल के कार्यकाल में,पूरे तंत्र को खोखला कर दिया है l यह सरकार छात्रों और युवाओं के साथ-साथ देश के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ कर रही है l
छात्रों की मेहनत पर पानी फेर रही है l यह सरकार हर मोर्चे पर विफल है l अखिलेश यादव ने आरोप गया,कि भाजपा की सरकार पूरी तरह से झूठ और लूट पर चल रही है और महंगाई, बेरोजगारी चरम पर है, कानून-व्यवस्था ध्वस्त है। पूरे प्रदेश में सूदखोरों का आतंक है l बलिया, प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर के बाद,शाहजहांपुर के तिलहर में भी कर्जदारों ने आत्महत्या कर ली है l बरेली में जमीन पर कब्जे को लेकर दिनदहाड़े गोलियां बरसाई गईं l सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है l खुलेआम हत्याएं हो रही हैं l पुलिस प्रशासन और भाजपा के कार्यकर्ता पूरी तरह से बेलगाम हैं l कानून-व्यवस्था पर सरकार का नियंत्रण खत्म हो चुका है l
अखिलेश ने कहा,कि प्रदेश में हालात शर्मनाक हैं l लोकसभा चुनाव में पराजय के बाद,जिस तरह प्रदेश के कन्नौज, फिरोजाबाद और अलीगढ़ में प्रशासनिक विफलता की वजह से हत्या और फसाद हुआ है, वो निंदनीय है l दिल्ली-लखनऊ की लड़ाई में उत्तर प्रदेश की जनता क्यों पिसे? पराजय से जन्मा ये प्रतिशोध सामाजिक आक्रोश को ही जन्म देगा l इससे किसी का भला होने वाला नहीं l इस समय अखिलेश एक के बाद एक,अपने सधे हुए बयान से,न सिर्फ बीजेपी को सोचने पर मजबूर कर रहे हैं,बल्कि आम जनता के बीच में खासा लोकप्रियता भी हासिल करते जा रहे हैं l जनता से मिली लोकप्रियता का ही,शायद यह असर था,कि अखिलेश 37 सीटों को जीतने के बाद,देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी के मुखिया बन चुके हैं और अब आने वाले 2027 के विधानसभा चुनाव की बिसात बिछाने में जुट गए हैं