अखिलेश यादव ने 37 सीट जीतकर,समाजवादी पार्टी को देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बना दिया,लेकिन इन 37 सीटों पर सबसे ज्यादा चर्चा अयोध्या की सीट की हुई, जिस अयोध्या पर भाजपा को गर्व था,वह ही अयोध्या सीट समाजवादी पार्टी के हाथ चली गई l इधर विधानसभा के उपचुनाव होने हैं और भाजपा ने एड़ी से चोटी तक का जोर अयोध्या जिले में आने वाली मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर लगा रखा है l ऐसे में अखिलेश ने योगी सरकार को लेकर एक ऐसा बयान जारी कर दिया,जिससे अब अयोध्या से लेकर तमाम धार्मिक स्थलों के संत और महंत भड़क उठे हैं ?अखिलेश ने ऐसा क्या कह दिया सरकार को और क्यों,साधु संतों में अखिलेश के प्रति गुस्सा भर गया है और कहीं इसी गुस्से का असर मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में ना देखने को मिले ?
दरसल सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के ‘मठाधीश’ बयान पर,सूबे के साधु-संत नाराज हो गए l धर्माचार्यों ने अखिलेश पर आरोप मढ़ा कि मुख्तार-अतीक को गोद में बिठाने वाले मठाधीश- माफिया का अंतर और मठ-मंदिर की मर्यादा क्या जानेंगे? संतों ने कहा,कि मानसिक संतुलन खो बैठे अखिलेश को ईश्वर सद्बुद्धि प्रदान करें l मठाधीश को माफिया से जोड़ना,निकृष्टता का परिचायक है l श्री पंचायती अखाड़ा उदासीन निर्वाण के महंत दुर्गा दास ने कहा,कि अखिलेश यादव का बयान बेहद निंदनीय है l योगी जी जिस गद्दी के पीठाधीश्वर हैं, वह बहुत पूज्यनीय है l मठाधीश तो सभी संत होते हैं, सबकी गद्दी होती है l अखिलेश यादव का ऐसा कहना गलत बात है l मठाधीश की तुलना सनातन धर्म में भगवान से की गई है l मठाधीश को माफिया से जोड़ना निकृष्टता का परिचायक है l श्री पंचायती अखाड़ा महा निर्वाणी यमुना पुरी के सचिव ने कहा,कि अखिलेश यादव मानसिक संतुलन खो बैठे हैं l जिसके पिता ने अपने शासन में अयोध्या में राम भक्तों पर गोलियां चलवाई थीं l उनका रक्त बहाया l जिन्होंने मुख्तार और अतीक अहमद जैसे माफिया को गोद में बिठाकर,उनका संरक्षण किया,उन्हें मठाधीश और माफिया में फर्क कैसे समझ आएगा?
हनुमानगढ़ी के वरुण दास जी महराज ने कहा,कि अखिलेश यादव को लुटेरों और और सज्जनों के बीच का अंतर ही नहीं पता है l यह तुलनात्मक दृष्टिकोण से तनिक भी ठीक नहीं है l माफियाविध्वंस-असामाजिक कार्यों में शामिल होता है और मठाधीश संस्कृति बचाने के लिए सार्वभौमिक जनकल्याण में लगा रहता है l उसका प्रथम ध्येय सर्वे भवन्तु सुखिनः होता है l मठाधीश भारतीय संस्कृति का संवर्धन करते हैं l यूपी का नेतृत्व कर चुके,अखिलेश यादव का यह बयान अशोभनीय है l डॉ. देवेशाचार्य जी महाराज, हनुमानगढ़ी ने कहा,कि जिस प्रदेश में सर्वाधिक संतों का निवास हैं,वहां के पूर्व मुख्यमंत्री का यह दुर्भाग्यपूर्ण बयान है l उन्हें मठाधीश और माफिया का अंतर बिल्कुल भी नहीं पता है l माफिया अराजकता फैलाकर समाज को पीड़ा देते हैं, जबकि मठाधीश मठ-मंदिर के माध्यम से संस्कार-संस्कृति फैलाते हैं और विश्व को शिक्षित-संस्कारवान बनाते हैं l अखिलेश के इस बयान के बाद पूरे प्रदेश के संत और मठाधीश एक साथ खड़े हो गए हैं उन्होंने एक साथ खड़े होकर आवास उठाई है और कहा है,कि आवश्यकता पड़ने पर संत समाज अखिलेश यादव के विरुद्ध अभियान भी चलाएगा l फिलहाल,इस समय अखिलेश के इस बयान से,अखिलेश कहीं ना कहीं घिर गए हैं l ऐसे मे अब देखना यह होगा,कि 10 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव में,अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर,इस बयान का क्या असर देखने को मिलता है ? क्योंकि अयोध्या संतों की ही धरती है l