पिछले कई सालों से लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव पर अपने टिकट को लेकर नजरे बिछाए,अपर्णा यादव को जब उत्तर प्रदेश सरकार के महिला आयोग की उपाध्यक्ष बनाया गया, तब से खबरों का बाजार लगातार गर्म रहा माना जा रहा था,कि अंदर खाने अपर्णा यादव नाराज चल रही है,लेकिन अचानक बृजेश पाठक की पत्नी के साथ अपर्णा का फोटो महिला आयोग की उपाध्यक्ष का पदभार ग्रहण करते समय,मीडिया में वायरल क्या हुआ ? तब से इन अफवाहों पर विराम लग गया और आखिरकार अपर्णा यादव ने महिला आयोग की उपाध्यक्ष का पद संभाल ही लिया,लेकिन पद संभालने के बाद भी,अपर्णा यादव ने इशारों इशारों में ही योगी सरकार के पसीने एक बार फिर छुड़ा दिए हैं l आखिर अपर्णा ने ऐसा मीडिया के सवालों में क्या खुलासा कर दिया? जो यह साबित कर रहा है कि,अपर्णा भले ही इस पद पर बैठ गई हो,लेकिन अंदर खाने नाराजगी अभी भी जारी है l
दरअसल,महिला आयोग की उपाध्यक्ष के पद की जिम्मेदारी संभालने के साथ ही,जब अपर्णा यादव से सवाल किया गया- क्या सपा और अखिलेश यादव ने आपको हरी झंडी नहीं दी, इसलिए आप वहां नहीं गईं? इसपर उन्होंने मीडिया से ही सवाल दाग दिया और कहा,यह बात किसने कही आपसे ? परिवार से हरी झंडी हमेशा है l मेरे साथ परिवार पहले भी था और अब भी है l दरअसल, उनके इस बयान से स्पष्ट हो गया,कि आगे भी परिवार के खिलाफ वह बोलने से बचती रहेंगी l इससे पहले भी अपर्णा यादव ने कभी भी सीधे तौर पर अखिलेश यादव और परिवार के खिलाफ कुछ नहीं बोला है l ऐसा ही संकेत एक बार फिर उन्होंने दे दिया है l इसके बाद जब नाराजगी से जुड़ा सवाल हुआ तो अपर्णा यादव ने बोला, ‘जिम्मेदारी दी है,नाराजगी नहीं है,ये सब थोड़ा परिवार में हो जाता है l यानी उनके बयान से स्पष्ट था कि कुछ बात अंदरखाने चल रही थी l
बीजेपी और हाईकमान से मिले आश्वासन पर भी अपर्णा यादव ने मुहर लगा दी l उन्होंने कहा, ‘सबसे मिली, सबने भरोसा दिया है l अब अच्छा काम करेंगे l यानी स्पष्ट था,कि उनके नाराजगी की अटकलों के बीच,बीजेपी उनके संपर्क में थी और लगातार बातचीत चल रही थी l इतना ही नहीं उन्होंने पार्टी के ओर से भरोसा भी दिया गया है l बता दें कि बीते सप्ताह ही अपर्णा यादव को योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनाया था,लेकिन उसके उन्होंने यह पद नहीं संभाला था और इस दौरान उन्हें मिली जिम्मेदारी से नाराज होने की अटकलें सुर्खियों में बनी रही थी l फिलहाल देरी से ही सही,अपर्णा के इस पद पर बैठने के बाद भी,अपर्णा के मन में अंदर खाने क्या चल रहा है ? यह बात ना तो यादव परिवार को समझ में आ रही है और ना ही भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को l हां इतना तो जरूर है,कि अब अपर्णा की एंट्री जोरदार तरीके से तो हुई है,लेकिन उसमें भी कहीं ना कहीं कोई,”लूप होल” जरूर है l