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सीएम योगी का बड़ा पलटवार, संत और योगी नहीं होते सत्ता के गुलाम..

India Junction News Bureau

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Published: September 3, 2024 5:29 pm

लोकसभा चुनाव के बाद से उत्तर प्रदेश में बीजेपी को प्रत्याशित सीटे ना मिलने से,संगठन और सरकार के बीच में लगातार तलवार खिच रही थी l ऐसे में माना जा रहा था,कि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य,योगी की खिलाफत पर उतर आए हैं और उनको ओमप्रकाश राजभर का साथ मिलने से वह सीना चौड़ा करके घूम रहे थे,लेकिन अचानक RSS की मीटिंग में योगी आदित्यनाथ ने संजीवनी बूटी पाली और इस संजीवनी बूटी के आधार पर,अब योगी के बोल और भी शक्ति के साथ नए फ्लेवर में बदलते जा रहे l जनता का साथ योगी को मिल रहा है और योगी 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए कमर भी कस चुके हैं l

इस बार योगी के एक बयान ने न सिर्फ विपक्ष को हिला कर रख दिया है,बल्कि सत्ता और संगठन की लड़ाई को लेकर,मचे बवाल पर भी विराम लगा दिया है l क्या है,योगी का यह बयान ? उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान एक बार फिर सामने आया है l सीएम योगी ने कहा है,कि संत और योगी सत्ता के गुलाम नहीं होते l दरअसल सीएम योगी आदित्यनाथ पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली में थे l सीएम योगी चंदौली की रामगढ़ स्थित अघोरेश्वर बाबा कीनाराम की 425वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित जन्मोत्सव में शामिल होने आए थे l

इस दौरान सीएम योगी ने जनता को भी संबोधित किया lमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अघोरेश्वर बाबा कीनाराम की जीवन गाथा पर चर्चा करते हुए कहा,कि अघोरेश्वर कीनाराम ने एक उच्च कुलीन परिवार में जन्म लिया, लेकिन उन्होंने छूत और अस्पृश्यता के खिलाफ काम किया l सीएम योगी ने कहा, हमें छुआछूत या अस्पृश्यता की भावना को त्यागना होगा,तभी यह देश सुरक्षित हो पाएगा l योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा, बाबा कीनाराम ने यहां के दलित और आदिवासियों को अपना शिष्य बनाया l इस दौरान सीएम योगी ने मुगलों का भी जिक्र किया l उन्होंने कहा, दूसरी तरफ मुगल आक्रांताओं थे l बाबा ने उन्हें भी सबक सिखाया l

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यहां तक की शाहजहां को भी यहां से भागना पड़ा l इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि यह चीजे दिखाती हैं कि एक संत एक योगी सत्ता का गुलाम नहीं होता है l मौका भले ही अघोरेश्वर नाथ कीनाराम बाबा की जयंती का हो, लेकिन संदेश बिल्कुल साफ था,कि जहां एक तरफ विपक्ष के दलित कार्ड पर योगी आदित्यनाथ ने सीधे-सीधे वार किया,तो वही भाजपा में भी अंदरखाने दलित और ओबीसी की राजनीति करने वाले नेताओं की बोलती अपने इस बयान से बंद कर दी है l

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