हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने प्रचंड बहुमत से हैट्रिक लगाई है l हरियाणा में भाजपा ने अपने सरकार बना ली l सुबह से रुझान भले ही कांग्रेस की तरफ थे,लेकिन शाम आते-आते पूरा तख्ता पलट गया लेकिन इस तख्तपलट राजनीति के पीछे बीजेपी का कौन सा था,वह नया प्लान त्रिदेव ? जिसके जरिए बीजेपी ने कांग्रेस के अभेद किले को न सिर्फ नेस्तोनाबूद कर दिया,बल्कि इतिहास में हेक्टिक लगाकर,तमाम विपक्षी दलों के सारे के सारे दांव ही पलट कर रख दिए ? क्या था,भाजपा का वह प्लान त्रिदेव ? जिसके जरिए भाजपा ने तोड़ दिया कांग्रेस का अभेद किला ? आखिर कैसे भाजपा ने अपनी रणनीति बनाई और क्यों कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा l दरअसल भाजपा का पहला पैतरा था l ‘जाट वर्सेस नॉन जाट’ फॉर्मूला,जो भाजपा समर्थकों को इकट्ठा करने में हिट रहा l इस विधानसभा चुनाव में भाजपा 27 मौजूदा सीटें बचाने में कामयाब रही है,तो 22 नई सीटें भी जीती हैं l इनमें से नौ नई सीटें जाटों के गढ़ से जीती हैं l इसी के साथ हरियाणा के 57 साल के इतिहास में भाजपा पहली पार्टी है,जो लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है l राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से आने वाले और पंजाबी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले मनोहर लाल खट्टर के प्रति लोगों की नाराजगी को भाजपा ने भांप लिया था l खट्टर 9.5 साल तक हरियाणा के सीएम रहे l
भाजपा ने विधानसभा चुनाव से केवल छह महीने पहले यानी,मार्च 2024 में खट्टर की जगह नायब सिंह सैनी को सीएम बना दिया l यह भाजपा का हरियाणा की करीब 44 प्रतिशत ओबीसी आबादी को अपनी ओर करने का सफल दांव साबित हुआ l भाजपा ने एक आंतरिक सर्वे कराया था, जिसमें पता चला,कि किसान आंदोलन और महिला पहलवानों के विरोध के कारण खट्टर के खिलाफएंटी-इनकम्बेंसी लहर है l यही वजह है,कि खट्टर चुनाव प्रचार से नदारद रहे l इतना ही नहीं, चुनाव प्रचार के दौरान राज्य के ज्यादातर पोस्टर्स में खट्टर का चेहरा नजर नहीं आया l प्रधानमंत्री मोदी ने हरियाणा में चार रैलियां कीं l इनमें से सिर्फ एक में खट्टर मौजूद रहे l भाजपा ने दूसरा गांव पेज यह भी खेल लाकर तो अब यह भी जान लीजिए दरअसल हरियाणा में 36 से ज्यादा बिरादरी हैं l इनमें सबसे ज्यादा बड़ी आबादी जाटों की है l भाजपा ने यहां गैर-जाट की राजनीति करनी शुरू कर की l सवर्णों की पार्टी जाने वाली भाजपा ब्राह्मण, बनिया, पंजाबी और राजपूत वोटों को लेकर आश्वस्त थी l भाजपा ने पिछड़े और दलित वोट बैंक को अपने पक्ष में करने की कोशिश की l यह फॉर्मूला 2014 और 2019 के बाद 2024 में भी कामयाब रहा है l इसी का रिजल्ट है,कि हरियाणा में अनुसूचित जातियों की कुल जनसंख्या करीब 20 प्रतिशत है l एससी समुदाय के लिए कुल 17 सीटें आरक्षित हैं l
पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 17 में से 4 सीटें जीती थीं,जबकि इस बार भाजपा एससी के लिए आरक्षित सीटों में 7 पर जीत रही है और सबसे ज्यादा अहम भाजपा का वह प्लान नंबर 3,जो कांग्रेस के सीने में तीर के दर्द के बराबर का दर्द देकर गया और वह प्लान था,भाजपा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले 25 सीटों पर चेहरे ही बदल डाले l शाम साढ़े चार बजे तक के रुझानों के मुताबिक, इनमें से 16 प्रत्याशी जीत गए l भाजपा ने सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ा था l भाजपा ने 25 पर नए लोगों को मौका दिया था, उनमें से 16 जीतकर सामने आए जो पूरे वोट बैंक का 67% था l साफ है,कि भाजपा का प्रत्याशी बदलने का फॉर्मूला काम कर गया l तो यह था भाजपा का ट्रिपल मास्टर प्लान,ऑपरेशन त्रिदेव,जिसके जरिए भाजपा ने हरियाणा में जीत का परचम फहराकर यह साबित कर दियाकि,”राजनीतिक रणनीति” में भाजपा का कोई भी सानी नहीं है l