राजधानी जयपुर के करणी विहार थाना क्षेत्र में गुरुवार रात को आरएसएस के शरद पूर्णिमा कार्यक्रम के दौरान चाकूबाजी की घटना में जेडीए ने रविवार को बड़ा एक्शन लिया l आरोपी नसीब चौधरी को शनिवार को जयपुर विकास प्राधिकरण ने अतिक्रमण के तहत नोटिस जारी किया था l आरोपी नसीब चौधरी ने अपने मकान के पास स्थित मंदिर के एक कमरे पर अवैध कब्जा कर रखा है। घटना के बाद, पीआरएन-उत्तर के तहसीलदार बसंत परसोया ने भी जाकर रिपोर्ट बनवाई l रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि सुविधा क्षेत्र पर अवैध कब्जा है l रिपोर्ट प्रवर्तन शाखा को भेजी गई l जिसके बाद जेडीए ने कार्रवाई की है l रजनी विहार में आरएसएस की शाखा की ओर से रजनी विहार में शरद पूर्णिमा का आयोजन किया जा रहा था l इसी दौरान एक युवक ने खीर वितरण में शामिल लोगों पर चाकू से हमला कर दिया और खीर फेंक दी, जिससे कार्यक्रम में अफरातफरी मच गई l इसी दौरान कुछ लोगों हमलावरों को पकड़ लिया। घटना के बाद आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए कई लोग करणी विहार थाने पहुंचे थे l पुलिस ने नसीब चौधरी व उसके बेटे को हिरासत ले लिया l इस घटना में घायल आरएसएस के कार्यकर्ताओं से मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, विधायक गोपाल शर्मा, भाजपा नेता अरुण चतुर्वेदी एसएमएस अस्पताल पहुंचे l
मध्य प्रदेश में भी अराजक तत्वों के घर अवैध अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाए जाने का सिलसिला लगातार जारी है l आलम यह हुआ,कि सुप्रीम कोर्ट को इस बीच में मध्य प्रदेश सरकार को फटकार लगानी पड़ी l बात अगर उत्तर प्रदेश की करें तो बहराइच में रामगोपाल मिश्रा की हत्या के बाद वहां पर भी माहौल गरम है,लेकिन उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने हत्यारे के घर में बुलडोजर चलाने का मन बनाया पीडब्ल्यूडी ने नोटिस लगे और 23 घरों को बुलडोजर चलाने की कार्रवाई के अंतर्गत लाया गया लेकिन इस मामले में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को हाई कोर्ट की रोक झेलनी पड़ रही है l इस बीच उत्तर प्रदेश के बहराइच में हुई हिंसा के मामले में प्रस्तावित बुलडोजर कार्रवाई का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है l सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए इसे रोकने की गुहार लगाई गई है l
बहराइच हिंसा के बाद वहां प्रस्तावित बुलडोजर से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में हस्तक्षेप याचिका दाखिल की गई है l अब ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि योगी सरकार के बुलडोजर की करवाई मध्य प्रदेश और राजस्थान में सिर चढ़कर बोल रही है,लेकिन लगातार हो रही बुलडोजर की कार्रवाइयों पर अब न्यायपालिका को भी दखल अंदाजी करनी पड़ी है l ऐसे में जहां एक पक्ष योगी सरकार कि इस तरह की कार्यवाहियों का सपोर्ट करता नजर आता है,तो वही विपक्ष बुलडोजर की कार्रवाइयों को कानून के दायरे से बाहर बताता आ रहा है l अब ऐसे में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे हुए बहराइच बुलडोजर प्रकरण मे क्या फैसला आना है ? यह भी बहुत जल्द ही साफ हो जाएगा l