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हाई कोर्ट के सामने अमिताभ ठाकुर के लिए फरमान l बह गए ठाकुर के अरमान

India Junction News Bureau

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Published: October 7, 2024 4:56 pm

सरकार के खिलाफ खड़ा होना हो l या फिर तमाम तरह की याचिका दाखिल करना l इस मामले में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर,ज्यादातर सुर्खियों में बनी रही है l यही नहीं पहले भी अमिताभ ठाकुर को पुलिस ने उनके घर से ही,सरकार के खिलाफ खड़े होने पर अरेस्ट किया था,लेकिन इस बार योगी सरकार के किस अधिकारी के खिलाफ बयान देने पर खुद अमिताभ ठाकुर निशाने पर आ गए हैं और क्यों उनको हाईकोर्ट से फटकार लगी है ? आखिरकार कौन सा ऐसा मामला था,जिसको लेकर भ्रामक खबरें फैली और अमिताभ ठाकुर को माफी मांगनी पड़ गई ? योगी सरकार का वह कौन सा अधिकारी है,जिसकी सक्रियता से इस बार अमिताभ ठाकुर और नूतन ठाकुर को नीचा देखना पड़ा ? दरअसल,लखनऊ हाई कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए,प्रदेश सरकार के सलाहकार व पूर्व आईएएस अधिकारी अवनीश अवस्थी को राहत देते हुए अंतरिम आदेश पारित करने के साथ ही पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को,याची अवनीश अवस्थी के खिलाफ गलत तथ्यों को फैलाने से रोकने का आदेश पारित किया है l यह आदेश न्यायमूर्ति सुभाष विद्यार्थी की एकल पीठ ने अवनीश अवस्थी की ओर से दाखिल याचिका पर सुनवाई के बाद पारित किया l याची की ओर से न्यायालय को बताया गया,कि पहले अमिताभ ठाकुर ने सोशल मीडिया पर झूठ फैलाया,कि याची के उत्तराखंड स्थित बंगले से भारी मात्रा में कैश चोरी हुआ है l

इस पर याची ने उन्हें लीगल नोटिस भेजी तो अमिताभ ठाकुर ने बिना शर्त माफी मांग ली l इन सबके बाद भी अमिताभ ठाकुर द्वारा लगातार याची के विरुद्ध कोई न कोई झूठ मीडिया और अन्य माध्यमों से फैलाया जा रहा है l याची ने न्यायालय को बताया,कि निचली अदालत ने अमिताभ ठाकुर के खिलाफ नोटिस जारी किया है,लेकिन याचिका में कोई अंतरिम आदेश नहीं पारित किया l न्यायालय ने अपने आदेश में कहा कि सभी तथ्यों को देखते हुए ऐसा लगता है,कि प्रथम याची को अंतरिम आदेश दिया जाना चाहिए l याची ने बताया है की,क्योंकि स्वयं अमिताभ ठाकुर ने उसके खिलाफ गलत तथ्य प्रसारित करने के लिए माफी मांग चुके हैं l

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इस मामले में जहां एक तरफ अमिताभ ठाकुर को बैक फुट पर आना पड़ा है,तो साथ ही कोर्ट की नसीहत भी अब उनको दे दी गई है,कि इस तरह के बयान से बचे l मतलब साफ है,कि जिस तरह से अधिकार समाज पार्टी बनाकर पूर्व आईपीएस अधिकारी और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर जनहित याचिकाएं दाखिल करते हैं,उसमें भले ही उनके पहले के अनुभव शामिल रहते हो,लेकिन पार्टी बनाए जाने के बाद किसी भी मुद्दे को राजनीतिकरण करने से पहले अमिताभ ठाकुर को भी अब 10 बार सोचने की जरूरत पड़ेगी l मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी के माध्यम से,यह नसीहत शायद अब पूरी तरह से अमिताभ ठाकुर को मिल ही गई होगी l

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