कल 5वे चरण की वोटिंग के बाद सियासी पारा हाई है जहा एक तरफ इंडिया गठबंधन अपनी नीव मजबूत करता दिख रहा है तो वही मोदी जी ये दावा करते नज़र आ रहे है की यूपी के शहजादे कुछ भी बोल ले आएगी तो बीजेपी की ही सरकार इस बात का स्पष्टीकरण तो 4 जून को हो जायेगा। आपको बता दे की बीजेपी ने झारखंड की हजारीबाग सीट से मौजूदा सांसद जयंत सिन्हा की जगह मनीष जयसवाल को प्रत्याशी बनाया है. इसके पीछे की वजह बहुत अटपटी सी है बीजेपी पार्टी का कहना है की टिकट कटने के बाद से सिन्हा ने पार्टी के संगठनात्मक कामों में हिस्सा भी नहीं लिया. इतना ही नहीं उन्होंने वोट भी नहीं डाला. ये सब देखते हुए बीजेपी ने अब जयंत सिन्हा को नोटिस भेजा है
साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता जयंत सिन्हा के बेटे आशीष सिन्हा ने हालही में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए। लोकसभा चुनाव 2024 के बीच इस कदम से बीजेपी को बड़ा झटका लगा। वहीं प्रदेश भाजपा ने धनबाद विधायक राज सिन्हा और उनके विधानसभा क्षेत्र के पांच मंडल अध्यक्षों को भी नोटिस जारी किया गया है। प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू की साइन से लेटर जारी किया गया है।
.बीजेपी प्रदेश महामंत्री और सांसद आदित्य साहू की ओर से जारी लेटर में कहा गया है कि लोकसभा चुनाव में जब से हजारीबाग सीट से पार्टी ने मनीष जयसवाल को प्रत्याशी घोषित किया है, तब से आप न तो चुनाव प्रचार-प्रसार और न ही संगठनात्मक कामों में रुचि ले रहे हैं. इस लोकत्रंत के महापर्व में आपने अपने मताधिकार का प्रयोग करना भी उचित नहीं समझा. आपके इस रवैये से पार्टी की छवि धूमिल हुई है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के निर्देश पर आपसे अनुरोध है कि इस संबंध में 2 दिन के अंदर स्पष्टीकरण दें.पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत हजारीबाग सीट से मौजूदा सांसद हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सांसद सिन्हा ने कहा लिखा था, मैंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से चुनावी दायित्व से मुक्त करने की बात कही है. ताकि मैं देश और दुनिया में वैश्विक जलवायु परिवर्तन से निपटने पर काम कर सकूं. मैं पार्टी के लिए आर्थिक और शासन के मुद्दों पर काम करता रहूंगा। बीजेपी ने अपनी पार्टी में काम ना करने वाले कार्यकर्ताओं को रखने से सख्त इंकार कर दिया है।