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क्या प्रशांत किशोर से उम्मीदवारों को चुनने मे गलती हो रही है ?

India Junction News Bureau

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Published: October 25, 2024 4:03 pm

प्रशांत किशोर ने कहा बिहार उपचुनाव में उनकी काबिलयत का मजाक बन गया है. जब 4 सीटों के चुनाव में ये हाल है, तो तब क्या होगा जब 2025 में विधानसभा के चुनाव होंगे? दरसल … प्रशांत किशोर से जितनी गलतियां बिहार उपचुनाव की 4 सीटों पर चुनाव लड़ने के दौरान हो रही हैं, उतनी तो दिल्ली की 60 सीटों पर चुनाव लड़ते हुए अरविंद केजरीवाल ने भी नहीं की थी , और प्रशांत किशोर के मुकाबले देखा जाये तो अरविंद केजरीवाल तो नौसीखिये थे l वहीँ सवाल ये उठता है की प्रशांत किशोर को हो क्या गया है? क्या जन सुराज यात्रा के दौरान वो पुरानी सारी बातें भूल गये हैं या जिन लोगों पर अपना सलाहकार बनाये हुए हैं, वे गलत फीडबैक दे रहे हैं l बताया जा रहा है की ये उपचुनाव भी वो अपनी पुरानी टीम और कैंपेन एजेंसी IPAC के भरोसे ही लड़ रहे हैं , लेकिन सवाल ये कि गलतियां किस लेवल पर हो रही हैं ?

वहीँ बिहार मे हो रहे 4 सीटों के उपचुनाव में जिन दो सीटों पर जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार बदले गये हैं, दोनो एक दूसरे से बिलकुल अलग हैं ,  और दोनो ही अलग अलग तरह की चूक की तरफ इशारे कर रहे हैं l वहीँ बेलागंज से जन सुराज के नये उम्मीदवार का नाम जानने से पहले उन घटनाओं के बारे में जान लेना जरूरी है, जो पहली बार कैंडिडेट की घोषणा के वक्त हुई थीं l दरसल … उम्मीदवारों के चयन के लिए जन सुराज की मीटिंग बुलाई गई थी l वहीँ प्रशांत किशोर बेलागंज से किसी मुस्लिम उम्मीदवार को ही टिकट देने जा रहे हैं. लेकिन, जैसे ही जन सुराज के उम्मीदवार की घोषणा हुई, टिकट के दावेदार नेताओं के समर्थक शोर मचाने लगे – प्रशांत किशोर ने अपनी तरफ से शान्ति बनाये रखने की अपील की थी, लेकिन कोई सुनने को तैयार नही था l  

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हंगामा नहीं थमा तो प्रशांत किशोर ने थोड़ा सख्त रुख भी अपनाया और बोले, जन सुराज पार्टी किसी के दबाव में काम नहीं करती है. किसी पर कोई असर नहीं हुआ, बल्कि नारेबाजी के बीच कुर्सियां भी चलने लगीं l कहते हैं, तरारी से लेफ्टिनेंट जनरल श्रीकृष्ण सिंह का नाम प्रशांत किशोर की पुरानी संस्था IPAC ने ही सुझाया था , और न तो प्रशांत किशोर ने पूछा और न ही प्रशांत किशोर ने पूछा और न ही आईपैक की तरफ से बताया गया कि श्रीकृष्ण सिंह का नाम तो बिहार की वोटर लिस्ट में है ही नहीं l वहीँ श्री  कृष्ण सिंह खुद को भी ये नहीं मालूम था कि विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए उस राज्य की मतदाता सूची में उम्मीदवार का नाम होना जरूरी है. श्रीकृष्ण सिंह की तारीफ में कसीदे पढ़ते वक्त तो प्रशांत किशोर ऐसे बता रहे थे कि श्रीकृष्ण सिंह से काबिल बिहार में कोई नहीं है l

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