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जयंत चौधरी हुए नाराज l एनडीए का टूटना हुआ तय !

India Junction News Bureau

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Published: October 14, 2024 4:56 pm

विधानसभा उपचुनाव सर पर आ गया है l ऐसे में सभी सियासी दल गठबंधन की राजनीति के साथ ‘एकला चलो’ की राह पर कदम बढ़ा रहे हैं l ऐसे माहौल में बड़ा सियासी उलटफेर देखा जा रहा है l एनडीए गठबंधन के मजबूत साथी भारतीय जनता पार्टी ने अलीगढ़ जिले की खैर विधानसभा सीट पर कैंडिडेट बनाने के लिए तीन लोगों को पैनल हाईकमान को भेज दिया है l इससे इस सीट पर चुनाव लड़ना चाह रही एनडीए की दूसरी पार्टी राष्ट्रीय लोकदल को बड़ा झटका लगा है l जी हां यह वही राष्ट्रीय लोक दल है,जो लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के खाते से निकलकर एनडीए के खाते में चला गया था l जयंत चौधरी ने तमाम बड़े-बड़े दोस्ती के वायदे किए,एनडीए ने भी जयंत चौधरी को प्रमोशन देने की बात की,लेकिन विधानसभा उपचुनाव आते-आते एनडीए और रालोद के बीच ऐसा क्या होने वाला है ? जिससे दरक सकता है,एनडीए गठबंधन ? क्या अब जयंत चौधरी का मन एनडीए से खट्टा हो गया है ? दरअसल,भाजपा के इस कदम को एक तरह से रालोद को खैर सीट की चुनावी जंग से आउट के तौर पर देखा जा रहा है l रालोद को सिर्फ एक सीट मुजफ्फरनगर की मीरापुर हासिल कर संतोष करना पड़ सकता है l 2022 में मीरापुर सीट से सपा से गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा था और जीता था l यूपी में उपचुनाव के लिए भाजपा के पैनल तैयार होकर हाईकमान के पास पहुंच गए हैं l सपा ने 10 सीटों में से 6 पर अपने कैंडिडेट घोषित कर दिए हैं l बसपा भी हरियाणा चुनाव के बाद,गठबंधन की राजनीति से तौबा कर इन उपचुनाव में कई सीटों पर प्रभारी बना चुकी है l

कांग्रेस भी सपा से दोस्ती बरकरार रख 2 से 3 सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है l कांग्रेस की खैर सीट पर भी नजर है l सपा ने भी इस सीट पर अभी कैंडिडेट घोषित नहीं किया है lखैर सीट अलीगढ़ जिले का हिस्सा है,लेकिन यह सीट हाथरस लोकसभा क्षेत्र में आती हैं l यहां के विधायक अनूप वाल्मीकि हाल में सांसद चुने जा चुके हैं,इसलिए विधायकी छोड़ने के कारण यह सीट खाली हुई है l इस सीट को बीजेपी हर हाल में अपने पास रखना चाहती है l बीजेपी में टिकट चाहने वालों की मारामारी है l यूपी ही नहीं दूसरे प्रदेश के भी कई दावेदार हैं l रालोद भी इस सीट को बीजेपी से अपने लिए चाहता है,लेकिन बीजेपी ने रालोद की परवाह किए बिना,2 दिन पहले तीन नाम का पैनल हाईकमान को भेज दिया है l इससे साफ है,कि भाजपा इस सीट को रालोद को नहीं देना चाहती l

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बीजेपी के पैनल जाने के बाद से रालोद में मायूसी है l गठबंधन धर्म निभाकर रालोद को अब खैर सीट पर बीजेपी के लिए वोट जरूर मांगने पड़ सकते हैं l भाजपा जिलाध्यक्ष कृष्ण पाल सिंह लाला का कहना है,कि बीजेपी का पैनल चला गया है l बीजेपी मजबूती से चुनाव लड़ेगी l 2012 में इस सीट पर रालोद ने चुनाव जीता था l इसके बाद 2017 और 2022 में रालोद तीसरे नंबर पर रहा था l 2017 और 2022 में बीजेपी जीती थी l कांग्रेस जिलाध्यक्ष ठा. सोमवीर सिंह का कहना है,कि कांग्रेस ने 22 नामों की सूची पार्टी नेतृत्व को दावेदारों के तौर पर भेजी है l 1967, 1974 और 1980 में यहां कांग्रेस जीती थी l माना जा रहा है कि सपा गठबंधन में कांग्रेस को यह सीट दे सकती है l खैर में जल्द बहनजी नाम तय करेगी l फिलहाल एनडीए कैसे फैसले के बाद जयंत चौधरी की सीट खिसकने से जयंत चौधरी की पार्टी पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है और जयंत इसके जवाब में एनडीए के सामने कैसे खड़े होते हैं यह भी बहुत जल्द ही सामने आ जाएगा l

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