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सक्रिय राजनीती में मायावती की वापसी, उपचुनाव में देंगी शिकस्त !

India Junction News Bureau

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Published: September 3, 2024 5:22 pm

एक दौर था,जब कांशीराम के समय में मायावती ने,”बहुजन समाजवादी पार्टी” की कमान संभाली l एक मिशन की तरह “बहुजन समाज पार्टी” का गठन किया गया और सन 2007 तक आते-आते मायावती सुर्खियों में बनी रही l कभी VIP गेस्ट हाउस कांड को लेकर,तो कभी खुद की मूर्तियां बनवाने को लेकर,लेकिन 2007 में मायावती की तरफ जन सैलाब उमड़ जाता था l मायावती की रैलियो में भीड़ देखने को मिलती थी l सतीश मिश्रा का साथ मिला और मायावती को मिल गई वह संजीवनी बूटी,जिसको लेकर मायावती ने उत्तर प्रदेश में वह इतिहास रचा,जो आज भी समता मूलक चौराहे से लेकर अंबेडकर पार्क चौराहे तक दिखाई और सुनाई पड़ता है l

मायावती ने सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला,जब लगाया तो उसमें सब की भागीदारी दिखाई दी और मायावती ने सत्ता के सिंहासन पर बैठकर,राजा भैया जैसे नेताओं को पानी पिला दिया l मुलायम को झुका दिया और भाजपा को गठबंधन करने पर मजबूर कर डाला l लेकिन अब बदलते समय के साथ-साथ इस लोकसभा चुनाव 2024 के पहले मायावती का दबदबा कम होता जा रहा था l ऐसे में मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को सोशल इंजीनियरिंग के फार्मूले के तहत उत्तराधिकारी बनाकर,जनता के बीच में हीरो के रूप में उतारा l उम्मीद लगाई गई,कि अब दलित समाज का भला करने के लिए,एक नौजवान मैदान में आ गया है,लेकिन सीतापुर में हुई एक रैली के दौरान आकाश आनंद के बिगड़े बोल ने माया और आकाश की दूरियों को बढ़ा दिया और मायावती ने अपरिपक्व कहकर आकाश आनंद से सभी पावर छीन ली l

चुनाव हुआ और मायावती शून्य पर सिमट गई l अब चुनाव बीत चुका है और मायावती की पार्टी का अस्तित्व तक खतरे में आने लगा है l उधर अखिलेश यादव 37 सांसदों की ताकत के साथ आगे बढ़ते जा रहे हैं और देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन चुके हैं माया का दूसरा प्रतिदिन दी चंद्रशेखर आजाद दलित वोटरों के सहारे नगीना के सांसद बन चुके हैं l ऐसे में मायावती को एक बार फिर,आकाश आनंद में चंद्रशेखर आजाद के सामने खड़े होने और अखिलेश यादव को जवाब देने का,जज्बा दिखाई देने लगा है l माया एक के बाद एक ट्वीट कर,लगातार सुर्खियों में बनी हुई l मायावती ने ट्वीट का दामन तब थामा,जब उन्हें सोशल मीडिया की पावर का अंदाजा लगा l दलित समाज पर हो रहे उत्पीड़न हो या फिर प्रदेश सरकार में नौकरियों में दलितों के आरक्षण को छीन कर और लोगों को नौकरी दिए जाने की बात l

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यह सब कुछ चल ही रहा था,कि अचानक सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के बाद जब यह कहा गया, की सभी राज्यों को आरक्षण में क्रिमी लेयर की पहचान कर अपने हिसाब से आरक्षणतय करने का अधिकार दिया जाता हैl तब से मायावती को मानो एक ऐसा हथियार मिल गया l जिससे अब मायावती न सिर्फ इंडिया गठबंधन,बल्कि भाजपा सरकार को भी लगातार घेरने की कोशिश कर रही है l मायावती के यह कुछ ट्वीट जो आपके स्क्रीन पर चल रहे हैं l वह साबित करते हैं कि,कहीं ना कहीं मायावती में अब घबराहट साफ दिख रही है l यही नहीं मायावती ने आकाश आनंद को दोबारा अवतरित कर,आकाश को अब परिपक्व मान लिया है l

माया और आकाश मिलकर गैर जाटव दलित को सेट करने के लिए,इस समय पूरे देश में एक मुहीम छेड़ चुके हैं और वह मुहिम है,ट्वीट की मुहिम l बीते एक महीने में मायावती जनता को जागरूक करने और दलित समाज को जोड़ने के उद्देश्य से,सक्रिय दिखाई पड़ रहे हैं l उनके सभी ट्वीट इस बात की नुमाइंदगी पेश कर रहे हैं,कि अब माया सोशल मीडिया के जरिए ही सही,कहीं ना कहीं सक्रिय दिखाई दे रही है l सबसे बड़ी बात की,सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के बाद,क्रीमी लेयर के मुद्दे पर मायावती न सिर्फ विपक्षी दल इंडिया गठबंधन को घेर रही हैं बल्कि योगी और मोदी को भी आईना दिखाने लगी है l

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