इंटरस्टेट गैंग (IS-191) का लीडर और हिस्ट्रीशीटर मुख्तारअंसारी के माफिया साम्राज्य की नींव लोकसभा चुनाव 2024 के पहले पूरी तरह से हिल चुकी है। योगी राज में एक के बाद एक,उसके गुनाहों का फैसला अदालत के जरिए हो रहा है l दिल्ली, पंजाब सहित,उत्तर प्रदेश के कई जिलों में आतंक का पर्याय मुख्तार अंसारी फिलहाल बांदा जेल में अपने किए जुर्मों की सजा काट रहा है,लेकिन उसकी दुश्वारियों का अंत अभी नहीं हुआ है l हत्या, लूट, डकैती, अपहरण, रंगदारी, गैंगस्टर, एनएसए जैसी जैसे कई जघन्य अपराधों के लगभग 65 से ज्यादा मुकदमे मुख्तार पर दर्ज हैं l
योगी सरकार एक तरफ अदालतों में माफियायो के खिलाफ,प्रभावी पैरवी करके उन्हें सजा के मुहाने पर पहुंचा रही है l वहीं, दूसरी तरफ मुख्तार अंसारी की पूरी सल्तनत को मिटाने के लिए योगी सरकार ने बड़े पैमाने पर अभियान छेड़ दिया है,लेकिन मुख़्तार अंसारी कैसे बना इतना बड़ा गैंजेस्टर कल हुए एक घटनाक्रम में अब और अब मुख्तार अंसारी की मुश्किलें न सिर्फ कम होती है नजर आ रही है बल्कि मुख्तार की दुनिया का अंत ही होता दिख रहा है l
मुख्तार को समय झटका लगा जब, बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी को 36 साल पुराने शस्त्र लाइसेंस मामले में एमपी/एमएलए कोर्ट वाराणसी के विशेष न्यायाधीश अवनीश गौतम की अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई lवीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए,पेश हुआ मुख्तार जज के सामने गिड़गिड़ाने लगा और सिर पकड़कर बैठ गया l बताया जा रहा है कि दुखी होने की वजह से मुख्तार ने शाम को रोजा इफ्तार भी नहीं किया l बता दें,कि मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद है l सुरक्षा कारणों के चलते उसे वाराणसी नहीं भेजा गया l हालांकि वह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जोड़ा गया l
जेल सूत्र बताते हैं, कि दोपहर बाद जैसे ही कोर्ट ने मुख्तार को उम्रकैद व जुर्माने की सजा सुनाई वह सिर पकड़ कर बैठ गया l वाराणसी जिले की एमपी/एमएलए कोर्ट की अदालत ने नौ महीने बाद ही बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी को दूसरी बार उम्रकैद की सजा सुनाई है l इस बार गाजीपुर के 33 वर्ष तीन महीने नौ दिन पुराने,फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में सजा सुनाई गई है l 2.02 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है l इस मामले में मुख्तार के खिलाफ 4 दिसंबर 1990 में गाजीपुर के मोहम्मदाबाद थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था,इससे पहले अदालत ने अवधेश राय हत्याकांड में मुख्तार अंसारी को 5 जून 2023 को उम्रकैद की सजा सुनाई थी l
पिछले 18 महीने में मुख्तार को आठ मामलों में सजा मिल चुकी है l उसके खिलाफ करीब 65 मुकदमे दर्ज हैं। मुख्तार 18 वर्षों से जेल में है l बता दें,कि योगी सरकार प्रदेश के 68 माफिया अपराधियों को चिह्नित करके, उनके खिलाफ मुकदमों में पैरवी कर रही है l माफियायो के खिलाफ प्रदेशव्यापी अभियान में,योगी सरकार ने अबतक प्रभावी पैरवी के जरिए 52 मामलों में 24 चिह्नित माफिया व 42 गैंग सदस्यों को उनके गुनाहों की सजा दिला चुकी है l इसमें 2 को मृत्युदण्ड फांसी की सजा भी हो चुकी है l इंडिया जंक्शन के लिए यशस्वी श्रीवास्तव की रिपोर्ट ।