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तो यह है प्रियंका की असली पॉलिटिक्स,खुल गया राज !

India Junction News Bureau

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Published: May 6, 2024 4:20 pm

अभी तक तो अमेठी और रायबरेली के केंद्र बिंदु में राहुल गांधी और किया शर्मा ही बने हुए थे लेकिन धुआंधार प्रचार करने में माहिर प्रियंका गांधी अब तक पीछे दिखाई दे रही थी लेकिन मास्टरमाइंड प्रियंका गांधी ने अचानक अपनी पॉलिसी बना ली है और यही प्रचार पॉलिसी राहुल गांधी और कल शर्मा के लिए काम आने वाली है लेकिन इस प्रचार पॉलिसी में क्या कुछ खास है दरअसल कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी रायबरेली में राहुल गांधी और अमेठी में केएल शर्मा की सियासी सारथी बनेंगी l वह चुनाव नहीं लड़ रही हैं,लेकिन दोनों जगह रिश्तों की डोर मजबूत करेंगी l वह यहां पहुंचते ही बूथ कमेटी की समीक्षा करेंगी l

वह नुकक्कड़ सभा के साथ ही घर-घर दस्तक देंगी l हालांकि पार्टी की ओर से अभी अधिकृत कार्यक्रम जारी नहीं किया गया है l लंबे समय तक चली रस्साकशी के बाद,अंतिम दिन रायबरेली से राहुल गांधी और अमेठी से केएल शर्मा मैदान में उतर गए हैं l नामांकन के वक्त सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी भी राहुल के नामांकन में शामिल होकर,एकजुटता का संदेश दिया l अब इन दोनों सीटों की कमान प्रियंका गांधी को सौंपी गई है l पार्टी की ओर से अभी तक,अधिकृत कार्यक्रम जारी नहीं किया गया है,लेकिन प्रियंका गांधी की 40 सदस्यी टीम रायबरेली पहुंच गई है l यह टीम प्रियंका के चुनाव प्रचार की रणनीति तैयार कर रही l सूत्रों के मुताबिक प्रियंका गांधी सामाजिक न्याय के मुद्दे को आक्रामक तरीके से उठाएंगी l इसके लिए प्रदेशभर से डाटा इकट्ठा किए गए हैं l

वह करीब 250 से ज्यादा नुक्कड़ सभा करेंगी l इन सभाओं में स्थानीय मुद्दे भी होंगे और मंच पर मौजूद लोगों को सामाजिक समीकरण की दृष्टि से रखा जाएगा l सूत्रों का यह भी दावा है कि,टीम की ओर से तैयार किए गए,रोडमैप के तहत l वह कुछ इलाके में घर-घर जनसंपर्क करेंगी l इस बीच स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों और दशकों से गांधी परिवार के साथ, पारिवारिक संबंध रखने वाले लोगों के घर तक जाएंगी l उनके ठहरने के लिए रायबरेली के एक गेस्ट हाउस में इंतजाम किया जा रहा है lसूत्रों के मुताबिक प्रियंका गांधी रायबरेली और अमेठी के बूथवार निगरानी करेंगी l इसके लिए पार्टी की ओर से उनकी टीम को दोनों लोकसभा क्षेत्र की कमेटियों की सूची सौंप दी गई है l प्रदेश मुख्यालय से सभी कमेटियों को अलर्ट रहने का भी संदेश दिया गया है l वह सोशल मीडिया अभियान पर भी नज़र रखेंगी l उनकी टीम में कई ऐसे विशेषज्ञ भी शामिल हैं, जो फ़ेसबुक, ट्विटर, इंट्राग्राम और व्हाट्स एप पर नजर रखते हुए,उनके संचालन के लिए रणनीति तैयार करेंगे l यह रणनीति प्रियंका गांधी के निर्देश के तहत बनेगी l चुनाव के दौरान,शाम के वक्त प्रियंका गांधी अलग- अलग संगठनों के लोगों से संवाद करेंगी l

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इसके लिए रायबरेली और अमेठी के विभिन्न सामाजिक संगठनों की सूची भी इकट्ठा की गई है l वह बार एसोसिएशन और महिला समूहों से भी संवाद करेंगी l पार्टी के रणनीतिकारों की मानें,तो प्रियंका गांधी के रायबरेली में रुकने की कई वजह है l वह यहां रुकर रिश्तों की दुहाई देंगी और इसके जरिए सियासी धार को मजबूत करेंगी l ऐतिहासिक तथ्य देखें तो 1952 से 62 तक फिरोज गांधी, 1962 से 1967 तक आरपी सिंह और फिर पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी ने यहां से रिश्ते मजबूत किए l बीच में एक दौर ऐसा भी आया,कि पारिवारिक नजदीकी लोगों को रायबरेली की कमान मिली, लेकिन 1999 में सोनिया गांधी ने फिर इस क्षेत्र की कमान संभाल ली l पारिवारिक विरासत के रूप में,अब यह अहम जिम्मेदारी राहुल गांधी के कंधों पर है l अब ऐसे में देखना यह है,कि प्रियंका की मार्केटिंग स्ट्रेटजी और पीआर शिप के जरिए,प्रियंका इस चुनाव को कितना दिलचस्प बना पाती है?

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