भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई में विवाद की खबरें तो पिछले दो-तीन दिनों से लगातार सुर्खियों में बनी हुई है l जो प्रदेश में चल रही,भाजपा की अंदरूनी लड़ाई को बयां करती नजर आ रही है l इस बीच केंद्रीय स्तर पर भी सब कुछ ठीक चल रहा हो,यह कहना भी मुश्किल है,क्योंकि जब से मोदी की सरकार का प्रेजेंटेशन इस बार कम हुआ है l तब से लेकर अब तक,तमाम बड़े-बड़े नेताओं की बयान बाजी सामने आई है l घटक दल भी अंदर खाने बीजेपी से नाखुश बताए जा रहे हैं l इन सबके बीच,केंद्रीय स्तर के एक बड़े नेता का बयान भी,अब यह जाहिर कर रहा है,की आने वाला समय मोदी के लिए भी इतना आसान न होगा l
आखिर वह कौन सा,केंद्रीय स्तर का बड़ा नेता है ? जिसके बयान के बाद,अब बवाल प्रदेश स्तर से उठकर केंद्रीय स्तर तक भी पहुंच सकता है l यह सबकुछ आज की इस रिपोर्ट में हम आपको दिखाएंगे भी और बताएंगे भी l दरअसल,यह बयान किसी और का नहीं,हमेशा से ही बयानों के मामले में सुर्खियों में रहने वाले,”सुब्रमण्यम स्वामी” का बयान है,जो उन्होंने देश के प्रतिष्ठित मीडिया हाउस के सामने रखने की कोशिश की है l “सुब्रमण्यम स्वामी” का मानना है कि,पीएम नरेंद्र मोदी को यह गलतफहमी हो गई,कि सारी चुनावी जीत उनकी वजह से बीजेपी को हासिल हुई है l वरिष्ठ भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा,कि नरेंद्र मोदी की मानसिकता है,कि बीजेपी में कोई ऐसा न हो, जो उन्हें चैलेंज दे सके l सुब्रमण्यम स्वामी ने साफ तौर पर यह कहा,कि यूपी में बीजेपी के लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के लिए योगी आदित्यनाथ जिम्मेदार नहीं हैं l
वरिष्ठ बीजेपी नेता ने सवाल उठाया,कि योगी आदित्यनाथ को आखिरकार हटाए जाने की संभावनाओं की वजह क्या है? बीजेपी विधानसभा चुनाव तो नहीं हारी है न?सुब्रमण्यम स्वामी के मुताबिक, संसद में सीएम योगी योगदान तो बहुत कम था l सबकुछ तो दिल्ली से मोदी, शाह-नड्डा तय करते थे l बीजेपी नेता का दावा है,कि किसे टिकट दिया जाना है? यह भी ऊपर के दो-तीन लोग ही तय करते थे,जबकि औरों को कुछ पता नहीं होता था l फिलहाल बदलते परिदृश्य में, बीजेपी के अंदर चल रही संतुष्टि को,अब धीमे-धीमे बीजेपी के ही नेता सामने ला रहे हैं l कहीं प्रदेश स्तर पर गुटबाजी की खबरें आ रही हैं,तो कहीं राष्ट्रीय स्तर पर असंतुष्टि की l इन सबके बीच,निश्चित तौर पर सुब्रमण्यम स्वामी जैसे,वरिष्ठ नेता का यह बयान,आग में घी का काम करेगा और इस आग में प्रदेश स्तर से लेकर केंद्र स्तर तक,होने वाले बड़े फेरबदल की संभावनाओं को इनकार भी नहीं किया जा सकताl