समाजवादी पार्टी से अलग होने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने फरवरी माह में राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी का गठन किया। उन्होंने उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में पार्टी का संगठन तैयार कर लिया है। इस बीच समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और उनके बीच रिश्तों पर जमीन बर्फ पिघलती दिखी। कहा तो यह भी गया कि स्वामी प्रसाद मौर्य समाजवादी पार्टी के सहयोग सेभी चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। लेकिन रविवार को स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी पार्टी से चुनाव लड़ने का एलान कर दिया।
इंडिया ब्लॉक में बात न बनने के बाद राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने लोकसभा चुनाव में अकेले मैदान में उतरने का फैसला किया है. उन्होंने दो लोकसभा सीट पर अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि वो जल्द ही अन्य लोकसभा सीटों पर भी अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के नाम का ऐलान करेंगे . स्वामी परसाद मौर्य किस सीट से चुनाव लड़ेंगे रअसल, कई दिनों से स्वामी प्रसाद मौर्य के इंडिया ब्लॉक में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे. लेकिन इंडिया ब्लॉक में बात न बनने पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की है और यूपी की कुशीनगर, देवरिया लोकसभा सीट पर अपनी पार्टी के उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतार दिया है. एक सीट पर वो खुद चुनाव लड़ेंगे.इंडिया ब्लॉक की ओर से कोई जवाब न मिलने से आहत स्वामी प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक लंबा-चौड़ा पोस्ट साझा किया है
. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के गठन दिनांक 22 फरवरी से लेकर आज तक निरंतर इंडिया ब्लॉक को जिताने और मजबूत बनाने का प्रयास करता चला आ रहा हूं. इसी क्रम में देशवासियों से हमने अपील भी कि संविधान बचाओ-भाजपा हटाओ, लोकतंत्र बचाओ-भाजपा हटाओ, देश बचाओ-भाजपा हटाओ.इंडिया ब्लॉक में शामिल यूपी की दोनों बड़ी पार्टियों के नेताओं से मेरी बात भी हुई और मैंने उनके अनुसार पांच नामों की सूची भेजी थी. मैं इंतजार कर रहा था कि इस लिस्ट पर कोई फैसला होगा, लेकिन अब तक कोई घोषणा नहीं हुई है.उन्होंने आगे कहा कि लंबी प्रतीक्षा के बाद लोकसभा कुशीनगर की जनता की मांग को देखते हुए मैं कुशीनगर लोकसभा सीट से चुनाव लडूंगा और देवरिया लोकसभा सीट से राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के प्रत्याशी एस.एन. चौहान होंगे. बाकी बचे हुए नामों का भी जल्द ऐलान किया जाएगा.
अपने बयानों के कारण चर्चा में रहने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने आखिरकार समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था और 22 फरवरी को अपनी राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी का ऐलान कर दिया.