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आ गया अग्नि परीक्षा का समय l अखिलेश सहयोगी कौन है जनता की पसंद ?

India Junction News Bureau

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Published: October 29, 2024 3:13 pm

लोकसभा चुनाव के बाद,उत्तर प्रदेश में होने वाली 9 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव को लेकर, सभी पार्टियों ने इस बार इस चुनाव को जीत की उम्मीद का चुनाव मानकर,चुनाव लड़ने की कोशिश शुरू कर दी है,क्योंकि यही एक ऐसा चुनाव है,2027 का जो लिटमस टेस्ट भी कहा जाएगा और इस लिटमस टेस्ट में जातीय समीकरण के आधार पर समाजवादी पार्टी और भाजपा जहां एक दूसरे के आमने-सामने होंगे,तो वहीं बसपा के तमाम बड़े फैसले दोनों ही पार्टियों को विचलित भी करेंगे l ऐसे में इन नौ सीटों पर होने वाले चुनाव का विश्लेषण भी बेहद जरूरी हो जाता है,कि आखिर किस सीट पर किसकी दावेदारी कितनी मजबूत है और इस अग्नि परीक्षा को पार कर 2027 के विधानसभा चुनाव में किस पार्टी की दस्तक और दहशत सबसे ज्यादा होगी ? दरअसल इस पूरे चुनाव का असर पूर्व से लेकर पश्चिम उत्तर प्रदेश तक देखने को मिलेगा l जहां पर जातीय समीकरणों के आधार पर जीत सुनिश्चित होगी l पश्चिमी उत्तर प्रदेश में विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में सीधे तौर पर एनडीए-इंडिया गठबंधन के जारी कैंडिडेट की सूची में दिग्गजों पर दांव लगाने के साथ सियासी लक्ष्य भेदने के लिए जातीय तीर भी चले हैं l बीजेपी ने अपने हिस्से की चार में तीन सीटों पर एक ठाकुर, एक ब्राह्मण और एक दलित को मैदान में उतारा है l आरएलडी ने बीजेपी से अपने हिस्से में आई एक सीट मीरापुर पर अति पिछड़ा दांव चलकर पूर्व विधायक मिथलेश पाल को कैंडिडेट बनाया है l कांग्रेस चुनाव से बाहर रहकर सपा को चुनाव लड़ाएगी l सपा-बसपा ने वेस्ट की सभी सीटों पर कैंडिडेट घोषित कर दिए l सियासी जानकारों की मानें तो,उपचुनाव में मुख्य तौर पर बीजेपी और सपा में सीधा मुकाबला होने की उम्मीद रहेगी l वैसे बीएसपी और दूसरे छोटे दल भी जोर-आजमाईश करते दिख सकते हैं l भारतीय जनता पार्टी वेस्ट यूपी की 4 में से 3 गाजियाबाद सदर, अलीगढ़ की खैर और मुरादाबाद की कुंदरकी पर चुनाव लड़ेगी l एक सीट मुजफ्फरनगर की मीरापुर पर गठबंधन में राष्ट्रीय लोकदल लड़ेगा l बीजेपी ने वेस्ट यूपी की तीनों सीटों पर कैंडिडेट घोषित कर दिए l मुरादाबाद की (संभल लोकसभा क्षेत्र की) मुस्लिम बहुल कुंदरकी सीट पर ठाकुर समाज के रामबीर सिंह अपने दिग्गज और निष्ठावान रामबीर सिंह को मैदान में उतारा l बीजेपी ने उन पर चौथी बार भरोसा किया है l हालांकि तीन बार पहले हार चुके हैं,लेकिन ठाकुर बिरादरी कुंदरकी में मुस्लिमों के बाद आती है है,इसलिए उनको उतारा गया है। इसी तरह गाजियाबाद सदर सीट से संजीव शर्मा को टिकट बीजेपी ने दिया है l संजीव शर्मा दो बार से महानगर के अध्यक्ष हैं l तीन चुनाव पार्टी को लड़ाकर जिता चुके हैं l संगठन के मजबूत स्तंभ के तौर पर गिने जाते हैं l ब्राह्मण वैश्य एका के बल पर जीत की आस बीजेपी को उनसे रहेगी l

इसी तरह वेस्ट यूपी की तीसरी सीट अलीगढ़ की (हाथरस लोकसभा क्षेत्र की) खैर से दलित चेहरे सुरेंद्र दिलेर बाल्मीकि को टिकट दिया हैं l एकदम नया चेहरा हैं लेकिन सियासी परिवार से हैं l उनके पिता राजवीर सिंह दिलेर वाल्मीकि हाथरस सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र से सांसद रह चुके हैं l 2024 में राजवीर सिंह की लोकसभा का टिकट काट दिया गया था l खैर से विधायक अनूप वाल्मीकि को कैंडिडेट बनाया था l अब अनूप के सांसद बनने पर सीट खाली होने पर राजवीर सिंह के बेटे सुरेंद्र दिलेर को टिकट दे दिया हैं l सुरेंद्र को चुनाव लड़ाने का अनुभव हैं l वह अपने पिता के चुनाव की हमेशा कमान संभालते थे l वेस्ट यूपी की चौथी सीट मुजफ्फरनगर जिले की मीरापुर (बिजनौर लोकसभा क्षेत्र)से बीजेपी की सहयोगी पार्टी रालोद ने टिकट दिया है l रालोद मुखिया चौधरी जयंत सिंह ने वहां से महिला और अति पिछड़ा कार्ड खेलते हुए पूर्व विधायक मिथलेश पाल को कैंडिडेट बनाने का एलान कर दिया l मिथलेश पाल 2009 में रालोद से मोरना सीट से विधायक रह चुकी हैं l बाद में वह सपा में चली गई थी l 2022 में उनको टिकट नहीं मिलने पर बीजेपी में शामिल हो गई थी l फिलहाल बीजेपी में ही थी l माना जा रहा है,कि बीजेपी ने रालोद से सिंबल तुम्हारा कैंडिडेट हमारा के प्लान पर चुनाव लड़ना तय किया है l वेस्ट यूपी की चारो सीटों में सपा ने कुंदरकी सीट पर समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक रिजवान अहमद (तीन बार विधायक रह चुके) को कैंडिडेट बनाया है l रिजवान सपा के पुराने नेता हैं और अखिलेश यादव के करीबी हैं l बड़ा सियासी घराना हैं l सपा ने मीरापुर से सुंबुल राणा (पूर्व सांसद कादिर राणा की पुत्रवधू) को घोषित कर रखा है l सुंबुल बड़े सियासी घराने से आती हैं l उनके पिता बाबू मुनकाद अली भी बसपा के प्रदेशाध्यक्ष रह चुके हैं और फिलहाल राष्ट्रीय महासचिव हैं l सुंबुल में फिलहाल नामांकन भी कर दिया गया है l गाजियाबाद से दलित कार्ड खेला है l सिंह राज जाटव को सपा ने प्रत्याशी बनाकर सभी को चौंका दिया l सामान्य सीट पर पहली बार दलित को टिकट दिया हैं l इसी तरह खैर रिजर्व सीट पर अखिलेश ने महिला दांव चला हैं l सपा ने खैर से चारू कैन उम्मीदवार घोषित किया हैं l वहीं बसपा के मीरापुर सीट से शाह नजर को कैंडिडेट बना रखा हैं l वह भी सियासी परिवार हैं l शाह नजर ने भी नामांकन करा दिया l बसपा के कुंदरकी सीट से रफत उल्ला (तीन चुनाव लड़ चुके लेकिन सभी हारे) को उतारा हैं l वह भी पुराने बसपाई हैं l उन्होंने भी नामांकन आज करा दिया। खैर से बसपा से डॉक्टर पहल सिंह और गाजियाबाद से पीएम गर्ग मैदान में उतारा हैं l इन सब सियासी समीकरणों के बीच,मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट बहुत इंपॉर्टेंट हो गई हैयहां मुकाबला दिलचस्प हो गया है l भाजपा से अनुजेश यादव चुनावी मैदान में होंगे l वह धर्मेंद्र यादव के बहनोई हैं, जबकि सपा प्रत्याशी तेज प्रताप सिंह यादव अखिलेश यादव के भतीजे हैं। ऐसे में वह अपने फूफा से चुनाव लड़ेंगे l अखिलेश यादव के सांसद बनने के बाद करहल विधानसभा सीट खाली हुई है l मैनपुरी जिले की इस सीट से लोकसभा चुनाव में डिंपल यादव ने जीत दर्ज की थी l 2024 लोकसभा चुनाव में सपा को करहल विधानसभा में सबसे ज्यादा 1.34 लाख वोट मिले थे l यहां भाजपा के ठाकुर जयवीर सिंह को डिंपल यादव से 57 हजार 540 कम वोट मिले l इस सीट पर भाजपा ने सिर्फ एक बार 2002 में जीत दर्ज की है l विधानसभा उपचुनाव में जिन सीटों पर चुनाव होने जा रहे हैं उनमें जातीय समीकरण पर अगर नजर डालें तो,करहल सीट यादव बाहुल्य है l यहां सवा लाख यादव मतदाता हैं l दूसरे स्थान पर शाक्य, तीसरे पर बघेल और क्षत्रिय मतदाता हैं l मिर्जापुर की मझवां सीट पर भाजपा और सपा दोनों ने महिला कैंडिडेट उतारे हैं l सुचिस्मिता मौर्य पूर्व विधायक रामचन्द्र मौर्या की बहू हैं, जबकि डॉ. ज्योति बिंद पूर्व विधायक डॉ. रमेश बिंद की बेटी हैं l विधायक विनोद कुमार बिंद को भाजपा ने भदोही से टिकट दिया l यहां उन्होंने टीएमसी प्रत्याशी ललितेश मिश्रा को हराया l वहीं, मिर्जापुर में अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल ने जीत दर्ज की। मझवां विधानसभा सीट से उन्हें सपा प्रत्याशी से 1762 वोट ज्यादा मिले l इस सीट पर पिछले तीन चुनाव में एक बार निषाद पार्टी, एक बार भाजपा और एक बार बसपा ने जीत दर्ज की है l यहां का जातीय समीकरण बताता है कि,दलित, ब्राह्मण, बिंद की संख्या 60-60 हजार है l कुशवाहा 30 हजार, पाल 22 हजार, राजपूत 20 हजार, मुस्लिम 22 हजार, पटेल 16 हजार हैं l

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इसी तरह मुरादाबाद की कुंदरकी सीट पर जीत-हार भाजपा के रामवीर ठाकुर और सपा के हाजी रिजवान का पॉलिटिकल करियर तय करेगी l दरअसल, रामवीर तीन दशक से राजनीति में एक्टिव हैं l दो बार चुनाव लड़े लेकिन जीत नहीं सके l दूसरी तरफ हाजी रिजवान तीन बार विधायक बने l 2022 में जब उनका टिकट कटा, तो उन्होंने सपा छोड़ दी थी l लोकसभा चुनाव में संभल सीट से जियाउर रहमान बर्क ने सपा के टिकट पर जीत दर्ज की l वह कुंदरकी विधानसभा सीट से विधायक थे l लोकसभा चुनाव में कुंदरकी सीट पर सपा को रिकॉर्ड 57 हजार वोटों से जीत मिली l जियाउर रहमान बर्क को यहां 1.43 लाख वोट मिले, जबकि भाजपा के परमेश्वर लाल सैनी को 86 हजार l यहां पिछले तीनों चुनाव में सपा ने ही जीत दर्ज की है l इस सीट पर मुस्लिम वोटर्स की संख्या करीब 58 फीसदी है l इसके अलावा ओबीसी और दलित वोटर्स निर्णायक भूमिका में रहते हैं l कटेहरी में दलित वोटर्स सबसे ज्यादा हैं l इसके बाद मुस्लिम, ब्राह्मण और कुर्मी मतदाता हैं l यादव-ठाकुर, निषाद और राजभर भी निर्णायक भूमिका में रहते हैं l प्रयागराज की बहुत ही महत्वपूर्ण सेट यानी फूलपुर में 21 से 23% दलित, 20% यादव मतदाता है l यहां सवर्ण वोटर्स 10 से 12% के बीच हैं l वहीं मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 14% है l जहां पर सत्ताधारी दल भाजपा पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ने की तैयारी में है तो वही उनके जवाब में विपक्षी गठबंधन इंडिया भी मजबूती के साथ खड़ा दिखाई दे रहा है l कानपुर की सीसामऊ सीट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए प्रतिष्ठा की सीट है क्योंकि यहां पर अब तक सोलंकी परिवार का ही दबदबा कायम रहा है l यह सीट मुस्लिम मतदाता बाहुल्य है l 1991 की राम लहर में पहली बार यहां से भाजपा के राकेश सोनकर विधायक बने थे l वे 1993 और 1996 में भी जीते l 2002 में कांग्रेस ने भाजपा से यह सीट झटक ली और 2007 में भी चुनाव जीती l इसके बाद 2012 में परिसीमन बदला तो यह सीट समाजवादी पार्टी के हिस्से में आ गई l यहां आर्यनगर के विधायक रहे इरफान सोलंकी जीते l इरफान ने 2017 और 2022 में भी यहां से चुनाव जीता l अब इरफान की पत्नी नसीम सोलंकी को सपा ने मैदान में उतारा है l उनका मुकाबला भाजपा के सुरेश अवस्थी से है l इस सीट पर 50 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं l दूसरे नंबर पर ब्राह्मण और तीसरे पर दलित हैं l कुल मिलाकर इस पूरी चुनावी रणनीति में भाजपा ने प्रत्याशियों का ऐलान करते समय पार्टी ने जातिगत समीकरणों का खास ध्यान रखा l अपनी 8 सीटों में से भाजपा ने 2 ब्राह्मण, 1 क्षत्रिय, 1 दलित और 4 पिछड़ों पर दांव लगाया है l मीरापुर से रालोद प्रत्याशी मिथलेश पाल भी ओबीसी समाज से आते हैं l चुनाव आयोग ने 15 अक्टूबर को यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर चुनाव की तारीख का ऐलान किया था l 13 नवंबर को इन सीटों पर वोटिंग होनी है l उपचुनाव को 2027 के रण का सेमीफाइनल माना जा रहा है l भाजपा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए पूरी जान लगा रही है l संगठन से लेकर सरकार तक जी-तोड़ कोशिशे कर रही है l ऐसे में समाजवादी पार्टी ने भी बड़ी मजबूती के साथ कांग्रेस का साथ अपने हाथ में लेकर,रणनीति को मजबूत कर दिया है,तो वहीं बसपा ने दोनों के वोट बैंक में से हमारी करने का प्लान बना दिया है l अब देखना यह होगा की 2027 के होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले 9 सीटों पर हो रहे,विधानसभा उपचुनाव के लिटमस टेस्ट,यानी अग्नि परीक्षा को कौन सा दल कितनी मजबूत स्थिति के साथ पार करता है l

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