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क्या है लॉरेंस का असली टारगेट ? मुंबई से शुरू एक नए अंडरवर्ल्ड की कहानी l

India Junction News Bureau

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Published: October 22, 2024 1:14 pm

लॉरेंस बिश्नोई ने मुंबई में अब तक जिन-जिन को धमकाया है l उनमें अभिनेता सलमान खान, शाहरुख खान, अक्षय कुमार, सोनू सूद, मिथुन चक्रवर्ती, विवेक ओबेरॉय, रोहित शेट्टी, एकता कपूर, तुषार कपूर, जॉन अब्राहम, सुनील शेट्टी के नाम शामिल हैं l इसके अलावा मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उसने जिन्हें धमकी दी है,उनमें रियल एस्टेट डेवलपर शेख अली (एस ए बिल्डर), रियल एस्टेट डेवलपर धीरज वीरवानी, विधायक असलम शेख और नेता बाबा सिद्दीकी नाम प्रमुख रूप से चर्चा में रहे हैं l लेकिन बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद,लॉरेंस के मकसद की तलाश न सिर्फ भारत सरकार को बल्कि,अब कनाडा पुलिस को भी होने लगी है l आखिर लॉरेंस मुंबई में रहकर ऐसा क्या करना चाहता है ?जिसको लेकर,तमाम सिक्योरिटी एजेंसियां अब हाई अलर्ट पर आ गई है l लॉरेंस के पीछे ऐसा कौन सा हाथ है और लॉरेंस का असली निशाना कौन है और उस निशाने को भेदने के बाद,लॉरेंस अपनी किस छवि के साथ अब आगे बढ़ाने की फिराक में है ? बिश्नोई समाज का रहनुमा या फिर एक अंडरवर्ल्ड डॉन ? दरअसल, लॉरेंस की मंशा पहले बॉलीवुड से हफ्ता उगाही की नहीं थी l उसे सिर्फ अभिनेता सलमान खान से बदला लेना था, क्योंकि खान ने राजस्थान में एक फिल्म कि शूटिंग के दौरान सन 1998 में काले हिरण का शिकार किया था, जिसे बिश्नोई समाज भगवान मानता है l लॉरेंस का कहना था कि सलमान अगर बिश्नोई समाज से माफी मांग ले, तो बात खत्म हो सकती है, लेकिन सलमान खान ने आज तक माफी नही मांगी l यही वजह है,कि लॉरेंस अभिनेता सलमान का जानी दुश्मन बन गया है l लॉरेंस फिलहाल गुजरात के साबरमती जेल में बंद है, लेकिन उसके शूटर देश भर में अपने पैर पसारे हुए हैं l मुंबई पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ करना चाहती हैं लेकिन केंद्र सरकार की तरफ से कुछ कानूनी अड़चने है l और वह अर्चन है केंद्र सरकार द्वारा सीआरपीसी की धारा 268 (1), और जैसे हीसीआरपीसी 268 (1)की अड़चन हटी, तो सबसे पहले बिश्नोई की कस्टडी मुंबई पुलिस को मिलेगी l लेकिन लॉरेंस बिश्नोई से पहले मुंबई में जिन लोगों ने आतंक को दहशत दी थी इनमें से,70 के दशक में करीम लाला, वरदराजन मुदलियार और हाजी मस्तान नाम के तीन डॉन का मुंबई अंडरवर्ल्ड पर सिक्का चलता था

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1960-70 के बीच इन तीनों डॉनों की मुंबई अंडरवर्ल्ड पर हुकूमत थी l तीनों ने मुंबई को अपने मुताबिक 3 हिस्से में बांट लिया था l तीनों का सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था l लेकिन इस समय सन 80 के दशक में दाऊद इब्राहिम की एंट्री होती है, लेकिन उसके रास्ते में अरुण गवली रोड़ा बनने लगा l जिसके बाद दोनों गैंग में जमकर खूनी संघर्ष हुआ l गवली गैंग के लोगों ने दाऊद के बहनोई हसीना पारकर के पति को गोलियों से भून डाला था, जिसके बाद दाऊद और गवली के बीच जंग छिड़ गई l दोनों तरफ से 26 लोगों की जानें गईं l दाऊद ने बनारस के बृजेश सिंह को पहली बार एके-47 के साथ गवली के शूटर को मारने के लिए जे.जे. अस्पताल भेज दिया था l 93 के बम धमाके के बाद,दाऊद दुबई भाग गया था l तब गवली खुद को मुंबई का डॉन समझने लगा।


ऐसे में अंडरवर्ल्ड की दुनिया यह जानती है,कि आर्थिक राजधानी मुंबई से उनके नेटवर्क के संचालक को दुबई तक में आसानी हो जाती है, न सिर्फ दुबई बल्कि आसपास की सटे हुए देश में अंडरवर्ल्ड का सिक्का कामयाब होने लगता है,क्योंकि रूपयो से लेकर अपार अकूत संपत्ति हासिल करना,मुंबई के अंदर आसान है और देश की मोटी असामी भी यहीं पर रहती है l जिनको धमकाकर पैसा लेना अंडरवर्ल्ड की कोई नई आदत नहीं और इसी आदत की तर्ज पर अब लॉरेंस ने अपने कदम आगे बढ़ा दिए l बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद,लॉरेंस का दबदबा कनाडा पुलिस अथॉरिटी से लेकर मुंबई की गलियों तक में अब गूंजने लगा है l अब यह भी सवाल उठने लगे हैं कि लॉरेंस का अगला निशाना अब कौन?

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