यूपी की 9 विधानसभा सीटों में उपचुनाव के लिए अधिसूचना जारी हो गई है l इसके साथ ही नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी l अब तक सपा और बसपा ने ही कुछ सीटों पर चेहरे घोषित किए हैं, जबकि कांग्रेस को अभी भागीदारी का इंतजार है l वहीं, भाजपा अभी अपने नामों पर मंथन में लगी हुई है l प्रदेश में विधायकों के सांसद बनने के चलते खाली हुई गाजियाबाद, खैर, मीरापुर, कुंदरकी, करहल, कटेहरी, मझवां, फूलपुर और विधायक के सजायाफ्ता होने के चलते खाली हुई कानपुर की सीसामऊ सीट पर उपचुनाव होना है और इसी उपचुनाव में 2027 के विधानसभा चुनाव और 2020 में होने वाले लोकसभा चुनाव की झलक भी देखने को मिलेगी और इस झलक के साथ ही,कौन सी पार्टी में कितना दम है और लोकसभा चुनाव के निष्कर्ष आने के बाद भाजपा की चुनावी तैयारी क्या है ?
दरअसल,चुनाव आयोग की ओर से जारी कार्यक्रम के अनुसार, 25 अक्टूबर तक इन सीटों पर पर्चे दाखिल किए जा सकेंगे l 28 अक्टूबर को पर्चों की जांच होगी l 30 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे l 13 नवंबर को मतदान और 23 नवंबर को मतगणना होगी l दीपावली और छठ के बीच नामांकन के बाद लगभग तीन हफ्ते का मौका उम्मीदवारों को प्रचार के लिए मिलेगा l चुनाव की घोषणा से पहले ही विपक्षी दल कुछ सीटों पर अपने उम्मीदवार तय कर चुके हैं l सपा ने करहल से तेज प्रताप यादव, सीसामऊ से नसीम सोलंकी, फूलपुर से मुस्तफा सिद्दीकी, कटेहरी से शोभावती वर्मा, मझवां से ज्योति बिंद और मीरपुर से सुम्बुल राणा को उम्मीदवार बनाया है l
सपा को अभी अभी कुंदरकी और खैर में प्रत्याशी तय करना है l सूत्रों के अनुसार गठबंधन की डोर बनाए रखने के लिए,गाजियाबाद और खैर सीट कांग्रेस को देने पर अभी सपा में मंथन चल रहा है l दूसरी ओर बसपा ने भी फूलपुर, मझवां, मीरापुर, कटेहरी और गाजियाबाद में प्रभारी बनाए हैं l हालांकि, कुछ सीटों पर बाद में बदलाव भी हुआ है l इसलिए, नामांकन होने के बाद ही बसपा के चेहरे अंतिम रूप से तय हो पाएंगे l भाजपा की सूची अगले हफ्ते आने की उम्मीद है l चुनाव में आजाद समाज पार्टी जैसे कुछ और दल भी आजमाइश करने की तैयारी में हैं l आप देखना यह है कि 13 नवंबर के बाद आने वाले रिजल्ट के दौरान भाजपा का चुनावी जाल मजबूत होता है, या फिर,”इंडिया गठबंधन” की रणनीतियों को बल मिलता दिखेगा l फिलहाल,तो यह परिणाम आने की बाद ही साबित हो पाएगा ll