हाथरस कांड को लेकर राज्यसभा में 2 मिनट का मौन रखा गया l हाथरस कांड की जिम्मेदार भाजपा सरकार अखिलेश ने इस बात को खुलकर कहा कि,यह जो हादसा हुआ है l इसमें सरकार की पूरी लापरवाही है l ऐसा नहीं है कि सरकार को यहां आयोजित होने वाले, इस कार्यक्रम की जानकारी ना रही हो l ना ऑक्सीजन,ना दवा,ना इलाज, सीधे तौर पर प्रशासन ही जिम्मेदार इधर अखिलेश सरकार के खिलाफ सवाल दाग रहे थे तो उधर अखिलेश के समर्थन में ही “राष्ट्रीय जनता दल”, सांसद मनोज कुमार झा ने भी सरकार को घेर लिया और कहा,क्या देश हादसों का देश बनकर नहीं रह गया है ? एक दिन श्रद्धांजलि ₹2 लाख का मुआवजा और फिर जनजीवन समान l हमेशा की तरह सरकारों की सो इस मामले में भी व्यापार वाली ही दिखाई दी है l
इसी तरह आजाद अधिकार सेना के “राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर” ने भी हाथरस कांड में प्रवचन करता भोले बाबा और दोषी पुलिस और प्रशासनिक अफसरो के खिलाफ,एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की है l इन सभी बातों पर विराम लगाते हुए,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों को फटकार भी लगाई l योगी ने कहा,कि दुर्घटना की तह में जाकर,साजिशकर्ताओं और जिम्मेदार लोगों को सजा दिलवाई जाएगी l दरअसल कुछ ऐसा ही मामला,1954 में हुए प्रयागराज महाकुंभ के दौरान मची भगदड़ में भी सामने आया था l हाथरस का मामला भी देश का दूसरा सबसे बड़ा हादसे का मामला बन गया है l यह मामला इतना गंभीर था,की लाशों को देखकर,वहां तैनात सिपाही की हार्ट अटैक से मौत तक हो गई l
इन्हीं राजनीतिक आरोपो और प्रत्यारोपो के बीच इस हादसे के बाद शासन प्रशासन पर तमाम सवाल भी उठना लाजिमी है जो न सिर्फ विपक्ष बल्कि आम जनता के बीच में भी लगातार कौध रहे हैं सवाल नंबर 1,आयोजन की अनुमति किस आधार पर दी गई थी ? सवाल नंबर दो,
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर क्या इंतेजामत किए गए थे? सवाल नंबर 3,मंजूरी कैंसल क्यों नही हुई,व्यवस्था थी 80 हजार की तो 3 लाख लोग आखिरकार यहां पहुंचे कैसे, और अगर आ भी गए थे,तो पर्याप्त प्रबंध करने की जिम्मेदारी किसकी थी और किसको ये लागू करवाने का दायित्व था ? अब हादसा हो गया तो डीएम / एसपी राहत बचाव कार्य में जुट गए हैं और उसमें कितना समय लगेगा? समय पर संसाधन मौके पर क्यों नही थे? जिन्हें बचा सकते थे,वो आखिरकार क्यों और कैसे अपनी जान गवा बैठे ?मौके पर पर्याप्त राहत बचाव दल के आने में 3 घंटे का समय क्यों लगा l
जांच कौन किसकी करेगा? कौन किसके खिलाफ रिपोर्ट देगा ? यह सब अब जांच का विषय बन गया है lलेकिन अपनी जान की बलि चढ़ा चुके,लोगों ने तो यह दुनिया छोड़ दी l पर अब उन छोटों की बलि चढ़ेगी l जिनके आका प्रदेश सरकार में बैठकर,खुद को और सरकार को बचाने की कोशिश करेंगे l कुछ दिन बाद पुराने धंधे यानी की,ट्रांसफर पोस्टिंग में लग जायेंगे l लेकिन परिवार के परिवार बिखर गए, किसी का पूरा परिवार साफ हो गया l फिलहाल योगी ने 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट मांगी है l इस बीच हादसे का शिकार हुए लोगों से मिलने योगी आज हाथरस पहुंचे उन्होंने घायलों से भी मुलाकात की l मैनपुरी में फिलहाल पुलिस ने,भोले बाबा को हाउस अरेस्ट किया है l
कार्यक्रम में शामिल होने आए 134 लोगों की इस हादसे में मौत हुई है, हालांकि प्रशासन ने अभी तक 121 लोगों के नाम सार्वजनिक किए हैं l सीएम योगी ने मृतक के परिवार को 2-2 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान और घायलों को 50-50 हजार की मदद राशि दिए जाने की घोषणा कर दी है l इस घटना में मुख्य रूप से बाबा भोले के सेवादारों का नाम आ रहा है l इन लोगों ने ही श्रद्धालुओं पर लाठियां भांजी थी l जिसके चलते भगदड़ मची और यह हादसा हो गया l फिलहाल जांच की आंच,अब किन-किन अधिकारियों को अपने घेरे में लेगी ? इसका पर्दा भी जल्द ही फाश हो जाएगा l