लोकसभा चुनाव 2024 के बाद से लेकर अब तक,कार्य समिति की बैठक में तमाम उठा पटक के बीच,भारतीय जनता पार्टी के अंदरखाने की राजनीति में,बहुत कुछ चल रहा है l इस बीच जहां केशव प्रसाद मौर्य और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अनबन संगठन और सरकार के वक्तव्य के बाद बढ़ती दिख रही है,तो वहीं आजमगढ़ में कुछ ऐसा भी हुआ है l जिसे लेकर तमाम सियासी कयास लगाए जा रहे हैं l आजमगढ़ में आखिरकार,ऐसा क्या हुआ ? जिसको लेकर तमाम राजनीतिक पंडित हैरान और परेशान दिख रहे हैं l
दरअसल,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ में एक बैठक की,लेकिन इस बैठक में,सुभासपा अध्यक्ष और पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर शामिल नहीं हुए l अलबत्ता उन्होंने राजधानी में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या से मुलाकात कर,एक नई सियासी चर्चा को जन्म जरूर दे दिया है l केशव के आवास पर हुई मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच, करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई l इसी तरह प्रयागराज में कुंभ मेले की समीक्षा के लिए भी बैठक अभी बीते दो दिन पहले की गई थी, इस बैठक में मंत्री नंद गोपाल नंदी से लेकर तमाम विधायक मौजूद रहे,लेकिन केशव प्रसाद मौर्य प्रयागराज में हुई बैठक में नहीं पहुंचे l
मतलब साफ है,कि जहां एक तरफ प्रयागराज में हुई समीक्षा बैठक के दौरान,केशव प्रसाद मौर्य बचते नजर आए तो वहीं आजमगढ़ में हार की समीक्षा के लिए की गई,मुख्यमंत्री योगी की बैठक में,ओम प्रकाश राजभर का ना जाना,बहुत कुछ संकेत भी देने लगा l दरअसल यह बैठक,लोकसभा चुनाव परिणामो को लेकर,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मण्डलवार जनप्रतिनिधियों के साथ चुनाव कि समीक्षा के लिए की थी l इस बैठक में ओमप्रकाश राजभर के न जाने से सियासी सरगर्मियां बढ़ गई l उधर बैठक में,ना मौजूदगी और इधर राजभर का शाम को लखनऊ में केशव के आवास मिलना,नए विवाद को भी जन्म दे सकता है और तो और इस मुलाकात कि यह फोटो जमकर वायरल भी हो रही है l हालांकि,उनकी केशव से किस मुद्दे पर बात हुई ?
यह किसी से शेयर नहीं किया गया है l राजभर की केशव से मुलाकात को भाजपा के भीतर चल रही खिंचतान के तहत हो रही लामबंदी से जोड़कर भी देखा जा रहा है l फिलहाल,ओमप्रकाश राजभर का केशव प्रसाद मौर्य से मिलना और दोनों ही नेताओं का प्रयागराज और आजमगढ़ में हुई बैठकों में शामिल न होना l कहीं ना कहीं,आपसी खींचतान की भी कहानी बयां कर रहा है l