जहां एक तरफ समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा,परसों जनसभा के दौरान महाराणा प्रताप की मूर्ति पर चढ़कर मैनपुरी में अपमान किया गया,तो वहीं क्षत्रिय संगठन इस प्रकरण से बेहद नाराज हुए l इस प्रकरण के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने जहां क्षत्रिय समाज से माफी मांगी,तो वही बीजेपी ने भी इस कृत्य को लेकर समाजवादी पार्टी को घेरना शुरू किया l इन सबके बीच पिछले एक महीने से लगातार क्षत्रिय संगठन पुरुषोत्तम रुपाला के बयान के बाद से नाराज चल रहे हैं और इधर लोकसभा चुनाव के चलते,तमाम क्षत्रिय नेता नाराज भी नजर आ रहे हैं l ऐसे में एक नए घटनाक्रम ने बीजेपी की रातों की नींद उड़ा दी है l आखिर वह घटनाक्रम क्या है ? l दरअसल बृजभूषण शरण सिंह का टिकट कटने के बाद,उनकी नाराजगी और वक्त की नजाकत को समझते हुए,भारतीय जनता पार्टी ने उनके छोटे बेटे करण सिंह को टिकट देकर l
उनकी नाराजगी को भले ही शांत कर दिया हो,लेकिन उत्तर प्रदेश का एक और बाहुबली क्षत्रिय नेता अपनी आवाज उठा रहा है l जिसकी आवाज को दबाना मुश्किल ही नहीं,बल्कि नामुमकिन भी है और वह क्षत्रिय नेता कौन है ? यह भी हम अपनी रिपोर्ट में आज आपको दिखाएंगे l दरअसल,अब क्षत्रिय नेताओं को मनाने की कमान बीजेपी में वरिष्ठ नेता और गृहमंत्री अमित शाह ने संभाल ली है l अमित शाह ने पहले बृजभूषण शरण सिंह से बात कर कैसरगंज सीट का हल निकाला और अब जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के मुखिया और कुंडा से विधायक,रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया से बेहद अहम मुलाकात की है l सूत्रों का कहना है,कि अमित शाह ने राजा भैया से मुलाकात कर l कौशाम्बी सीट पर उनका समर्थन मांगा है l वहीं राजा भैया ने भी समर्थन देने की बात कह दी है l बता दें,राजा भैया को अपने पाले में लाने का प्रयास करके क्षत्रिय समाज की नाराजगी को कम करने का प्रयास बीजेपी ने किया है
l दरअसल कुंडा से विधायक और बाहुबली नेता रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया हमेशा से चाहते थे,कि कौशांबी लोकसभा सीट बीजेपी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के लिए छोड़ देगी l क्योंकि चाहे राज्यसभा चुनाव हो,या अन्य मौके राजा भैया ने समय समय पर बीजेपी की मदद की है l सीएम योगी की तारीफ से लेकर,बीते राज्यसभा चुनाव में सपा के विधायकों की बगावत में राजा भैया का अहम रोल रहा है l इसको लेकर कहीं ना कहीं किसी रूप में बीजेपी ने भी राजा भैया को आश्वस्त भी किया था l राजा भैया कौशांबी सीट से पूर्व सांसद शैलेंद्र कुमार को अपनी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे l लेकिन राजा भैया की बात नहीं बन पाई lबीजेपी ने दो बार के सांसद विनोद सोनकर को फिर से टिकट दे दिया है l उधर कौशांबी लोकसभा सीट में कुंडा और बाबागंज विधानसभा सीट भी आती है l यह दोनों ही सीट राजा भैया के प्रभाव वाली हैं l कुंडा से खुद राजा भैया लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं l साथ ही बाबागंज सीट से राजा भैया के करीबी विधायक हैं l
ऐसे में हर सीट पर कांटे का मुकाबला हो रहा है l अब गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद,अगर राजा भैया बीजेपी कैंडिडेट की मदद करेंगे,तो कौशाम्बी सीट से बीजेपी की जीत तय हो जाएगी l कौशाम्बी से बीजेपी के उम्मीदवार की घोषणा करने के बाद से,राजा भैया साइलेंट हो गए थे l जानकार बताते हैं,कि राजा भैया अंदर ही अंदर रणनीति तैयार कर रहे थे l इससे बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती थी l फिलहाल राजा भैया ने अमित शाह से मुलाकात के बाद,उन्हें आश्वस्त कर दिया है,कि वह विनोद सोनकर के पक्ष में ही खड़े होंगे l इसके बाद दो बड़े क्षत्रिय नेता बृजभूषण शरण सिंह और राजा भैया को मैनेज करके,भले ही भाजपा ने अपनी पीठ थपथपा ली हो l लेकिन महाराणा प्रताप की मूर्ति को लेकर,अपमान मानने वाले क्षत्रिय संगठनों को मनाने के लिए,भाजपा के पास फिलहाल कोई पॉलिसी अभी तक नहीं दिख रही है l