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28 लोगों का मरना हत्या से कम नहीं…राजकोट हादसे पर गुजरात HC में सुनवाई जारी

India Junction News Bureau

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Published: May 27, 2024 1:31 pm

28 लोगों का मरना हत्या से कम नहीं…राजकोट हादसे पर गुजरात HC में सुनवाई जारी

गुजरात के राजकोट में हुए हादसे के बाद पूरे राज्य में जांच का दौर चल रहा है.सूरत नगर निगम ने पांच गेमिंग जोन सील कर दिए हैं और 12 गेमिंग जोन की जांच चल रही है.सूरत नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि “टोटल सूरत महानगर पालिका में 17 गेमिंग जोन है.इसमें से पांच गेमिंग जोन को कल ही सील कर दिया है और इसमें से 12 गेमिंग जोन की जांच के लिए सूरत नगर महापालिका ने चार टीम बनाई हैं”.

राजकोट में 25 मई यानी शनिवार शाम गेमिंग जोन में आग लग गई थी.इस हदसे में 12 बच्चों समेत 28 लोगों की मौत हो गई. .गेमिंग जोन में आग लगने के वक्त ज्यादा संख्या में लोग मौजूद थे, क्योंकि शनिवार को छुट्टी का दिन था, इतना ही नहीं वीकेंड पर भीड़ जुटाने के लिए गेमिंग जोन के मैनेजमेंट ने 99 रुपये एंट्री फीस की स्कीम दी थी.

गुजरात हाई कोर्ट ने रविवार को इस हादसे का संज्ञान लिया है। राजकोट अग्निकांड को लेकर गुजरात हाई कोर्ट में सुनवाई जारी है. याचिकाकर्ता और सरकार के वकील की ओर से दलीलें पेश की जा रही हैं. राज्य सरकार की ओर से दोनों अपर महाधिवक्ता ने अपना पक्ष रखा. मनीषा शाह और मितेश अमीन अदालत में पेश हुए. सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि राज्य सरकार में निर्माण के लिए जीडीसीआर नियमों का पालन करना होगा लेकिन जीडीसीआर के नियम महज दिखावा हैं. इन नियमों का कभी पालन नहीं किया गया.उन्होंने कहा कि राजकोट गेम जोन में भी कोई अनुमति नहीं ली गई. आवेदक के वकील निर्माण के मामले में जीडीसीआर के नियमों पर भी अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि जीडीसीआर में क्या नियम हैं और किन नियमों का पालन किया जाना चाहिए. 28 लोगों का मरना हत्या से कम नहीं है. जो नियम बनाए गए हैं, उनका पालन कराने में सक्षम विभाग विफल है. क्या कदम उठाए गए? इसकी पहुंच कैसे हुई?

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कल यानी रविवार को कोर्ट ने कहा था कि यह मानव निर्मित आपदा है. यह गेमिंग जोन सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा है. राजकोट हादसे पर सख्त रुख अपनाते हुए हाई कोर्ट ने एक दिन में रिपोर्ट मांगी थी. कोर्ट ने अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट नगर निगम से जवाब मांगा था. कोर्ट ने पूछा था कि किस नियम के तहत इसका संचालन हो रहा है. राजकोट हादसे में 12 बच्चों समेत 28 लोगों की मौत हो गई है

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