उत्तर प्रदेश की सियासत में,लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर तमाम तरह की उठापटक के बीच,जहां एक तरफ माफियाओं का साम्राज्य डूबता जा रहा है,तो वहीं धीमे-धीमे इलेक्शन से ठीक पहले,बड़े-बड़े माफियायो को जेल की हवा भी खानी पड़ रही है l ताजा वाकया जौनपुर के धनंजय सिंह,जैसे माफिया को जेल जाना पड़ा और अब उनकी पत्नी के चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही है lठीक इसी तरीके मुख्तार अंसारी को फर्जी लाइसेंस के मामले में आजीवन कारावास की सजा हो गई, पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी का हाल सभी जानते हैं,लेकिन इस बीच सभी दलों की नजर माफियाओं के बेटो पर टिकी हुई है l शायद माफियाओं के बेटे और बेटों और पत्नी को अलग-अलग दलों से अब दावेदार भी बनाया जा सकता है l क्योंकि इन माफियाओं का रसूख अपने-अपने क्षेत्र में न सिर्फ आज भी कायम है,बल्कि यह उत्तर प्रदेश की सियासत को यू टर्न देने की ताकत भी रखते हैं l ,, भाजपा से धनंजय को टिकट न मिलने के बाद,आखिरकार उनकी पत्नी कहां से चुनाव लड़ें गीता और यही हाल अमरमणि त्रिपाठी के बेटे अमन मलि त्रिपाठी का भी है l
दरअसल अमनमणि त्रिपाठी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं,ऐसे में अटक लेकर लगाई जा रही हैं,कि महाराजगंज से बीजेपी को अमनमणि कड़ी टक्कर देते हुए दिखाई देंगे,लेकिन तीसरा नाम कौन सा है और उस नाम के जेल से रिहा होने के बाद,उत्तर प्रदेश की सियासत में,लोकसभा चुनाव 2024 के मध्नजरक्या कुछ खास होने वाला है ? हमारी यह रिपोर्ट इस बात का भी खुलासा करेगी दरअसल lमुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को सुप्रीम कोर्ट ने 18 मार्च यानी कल की तारीख में बड़ी राहत मिली l हथियार के लाइसेंस से जुड़े एक मामले में कोर्ट ने उसे जमानत दे दी l अब्बास अंसारी ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, फरवरी के महीने में,अदालत ने सुनवाई करते हुए,इस मामले को 18 मार्च के लिए सूचीबद्ध कर दिया था l
अब्बास अंसारी के वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट में कहा, “साल 2015 में लाइसेंस के आयात के लिए यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर जारी किया गया था और विभाग इसे जारी करता है l एफआईआर में जिस घटना का जिक्र किया गया है, उस समय तो अब्बास पैदा ही नहीं हुआ था l वहीं जो दूसरी एफआईआर दर्ज है,उस समय तो अब्बास की उम्र महज 6 साल थी l भले ही इस मामले में,मुख्तार के बेटे को जमानत मिल गई हो,लेकिन वो जेल से बाहर नहीं आ पाएगा,क्योंकि उसके खिलाफ कई और मामले भी दर्ज हैं lदरअसल, 12 अक्टूबर 2019 को अब्बास अंसारी के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की गई, जिसमें अंसारी के ऊपर फेमस शूटर होने का दावा करके,लाइसेंस पर कई हथियार खरीदने का आरोप लगाया गया l
आरोप था,कि शूटिंग प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के बहाने उसने कई विदेशी हथियार खरीदे l यूपी पुलिस ने आरोप लगाया था,कि जिस समय अब्बास अंसारी दिल्ली से लखनऊ में शिफ्ट हुआ,तब सरकारी अथॉरिटी को जानकारी नहीं दी l उसने दो लाइसेंस हासिल किए,लेकिन इसकी जानकारी अथॉरिटी को नहीं दी गई l ऐसे में मुख्तार अंसारी जेल में बंद है,आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं और अफजाल अंसारी समाजवादी पार्टी के टिकट पर गाजीपुर से चुनाव लड़ रहे हैं l अब देखने वाली बात यह होगी,कि इस मिली राहत के बाद क्या अब अब्बास अंसारी भी जेल से ही चुनाव लड़ेंगे l फिलहाल धनंजय की पत्नी,अमरमणि त्रिपाठी के बेटे अमन मलि त्रिपाठी और मुख्तार के बेटे अब्बास को लेकर तमाम दल सक्रिय हो गए हैं l अब देखना यह होगा,कि यह तीनों ही शख्स किसी पार्टी के टिकट पर अपनी दावेदारी ठोकते हैं या फिर अपने प्रभाव वाले क्षेत्र की सीटों पर, प्रत्याशियों का सहयोग करते हैं l