लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर,भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पहली 195 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है,लेकिन एक मंडल ऐसा भी था,जो भारतीय जनता पार्टी के लिए गले की फांस बन चुका है l दरअसल यह मंडल कोई और नहीं,बल्कि उत्तर प्रदेश का बरेली मंडल है l जहां पर प्रत्याशी को लेकर,बीजेपी का Mind लगभग लगभग मेकअप भी हो चुका है,फिर भी इसी मंडल में आने वाले दो जिले,बदायूं और पीलीभीत के चलते बरेली जिले की भी सीट फाइनल हो पाना मुश्किल से लग रहा है l दरअसल बरेली मंडल की दो सीटे बदायूं और पीलीभीत इसलिए भाजपा के लिए कठिनाइयां खड़ी कर रही हैं,क्योंकि जहां इसमें एक सीट से संघमित्रा सांसद हैं,तो पीलीभीत से वरुण गांधी बीजेपी के फायर ब्रांड नेता माने जाते हैं,लेकिन इन दोनों ही सीटों पर लेकर भाजपा के मन में क्या चल रहा है ? यह एक बहुत बड़ा सवाल,अपने आप में है
दरअसल बदायूं की सांसद संघमित्रा और पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी दोनों ही अपने कार्यकाल के दौरान पार्टी व सरकार पर छींटाकशी करते रहे l अब अगर इनके टिकट बदले,तो नए सिरे से जातीय समीकरण तय करने में बरेली का टिकट भी प्रभावित हो सकता हैlविधानसभा चुनाव से ऐन पहले भाजपा छोड़कर,सपा में गए स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी डॉ. संघमित्रा मौर्य बदायूं से सांसद हैं l चुनाव के दौरान,स्वामी प्रसाद मौर्य फाजिलनगर विधानसभा क्षेत्र से सपा के उम्मीदवार थे l चुनाव में भाजपा के सुरेंद्र कुशवाहा ने उन्हें कड़ी टक्कर दी थी,वहां दोनों दलों के कार्यकर्ताओं में बवाल भी हुआ था lस्वामी प्रसाद की गाड़ी तोड़ दी गई थी l उस वक्त संघमित्रा मौर्य वहां लाठी लेकर भीड़ को दौड़ाती नजर आई थीं l उनके कई वीडियो भी इस दौरान वायरल हुए थे l इसमें वह भाजपाइयों को गुंडा बताती नजर आई थीं l
कई और मौकों पर वह पार्टी लाइन से अलग हटकर,विरोध जताती दिखीं थी l हालांकि, विधानसभा चुनाव में स्वामी और सपा की हार के बाद,उनके सुर नरम पड़े और वह पार्टी के कार्यक्रमों में आने लगीं l वह खुद को भाजपा का सच्चा सिपाही बताकर,पीएम मोदी की तारीफ कर चुकी हैं l पर उनका टिकट होने पर,पार्टी में विरोध तय माना जा रहा है l कुछ इसी तरह से वरुण गांधी भी पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं l पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी शुरू से ही,मोदी खेमे से अपनी राय बिल्कुल अलग रखते हैं l हाल के कुछ साल में,उन्होंने केंद्र और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्को जमकर घेरा है l कभी बेरोजगारी,तो कभी महंगाई के मुद्दे पर,उनके बयान पार्टी पदाधिकारियों को असहज करते रहे है l हाल ही में,अग्निवीर भर्ती को लेकर भी,उन्होंने सरकार की मंशा पर सवाल उठाए थे l
वरुण गांधी के पार्टी और सरकार विरोधी बयान,सोशल मीडिया पर छाए रहे हैं l विपक्षी पार्टियों के नेता इन्हें री-ट्वीट कर,सरकार की खिल्ली उड़ाते रहे l अब चुनाव नजदीक आने पर,उनके सुर भी नरम पड़ गए हैं l वह कुछ मामलों में प्रधानमंत्री मोदी की अब तारीफ करते नजर आ रहे हैं l चर्चा यह भी है,कि भाजपा ने टिकट न दिया,तो वह तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर विपक्षी गठबंधन के उम्मीदवार हो सकते हैं l फिलहाल यह दोनों ही नेता, बगागवती होने के बाद,भले ही अब बीजेपी के लिए अपनी कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी का परिचय करते दिख रहे हैं,लेकिन एक कहावत है,कि दूध का जला मट्ठा भी फूंक फूंक कर पीता है lइसी तर्ज पर,भाजपा भी इन दोनों ही उम्मीदवारों पर,ठोक बजा कर,फैसला लेगी,लेकिन अगर बीजेपी इनको अपना प्रत्याशी बनाती है,तो बीजेपी को इस बात का भी डर सता रहा है,कि पार्टी में अंदर ही अंदर इस बात को लेकर,विरोध ना खड़ा हो जाए,जिसका खामियाजा भी बीजेपी भुगतना पड़े l