यह है,उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीट अमेठी और यह है यहां की जनता l जो नादान है,असमंजस में है l यहां पर भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी स्मृति ईरानी को तो घोषित कर दिया गया l लेकिन बसपा और इंडिया गठबंधन की तरफ से आखिरकार इस बार का प्रत्याशी कौन ? यह सवाल कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम जनता को भी सता रहा है दरअसल l 1967 से वजूद में आई अमेठी सीट,बेहद हाई प्रोफाइल बन चुकी है l वजह है बीजेपी ने अपनी पहली सूची में ही केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के नाम की घोषणा करने के बाद,यहां अपनी तैयारियां शुरू कर दी है l चुनावी बूथ स्तर पर कार्यकर्ता लगे हुए हैं l निडरता के साथ अपने प्रत्याशी को आगे बढ़ाने के लिए,हर मुमकिन कोशिश करते दिख रहे हैं l मंडल स्तर पर बैठकर की जा रही है और हर एक बूथ का बायोडाटा भी तैयार किया जा रहा है l यहां पांचवें चरण में मतदान होगा l
26 अप्रैल से 3 May के बीच यहां नामांकन होगा,उसके बाद 20 में को यहां मतदान किया जाएगा l इन सबके बीच,भारतीय जनता पार्टी ने तो अपनी सीटिंग सांसद स्मृति ईरानी को उतार कर,तैयारी शुरू कर दी है l लेकिन समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन होने के बावजूद भी,इस हाई प्रोफाइल सीट से अभी तक किसी भी नाम की घोषणा नहीं की गई है l लोग बस कयास ही लगा रहे हैं,कि इस हाई प्रोफाइल सीट से राहुल गांधी चुनाव लड़ेंगे या फिर उनके बहनोई रॉबर्ट वाड्रा का नाम भी चर्चा का विषय बना हुआ है,या अपने खास व्यक्तित्व के लिए जानी जाने वाली आराधना मिश्रा,यहां से प्रत्याशी होगी l फिलहाल अटकलो का दौर जारी है और अभी प्रत्याशी के नाम की घोषणा पर,कांग्रेस और सपा मौन मुद्रा में बैठे हुए हैं lदरअसल,इसके पीछे राहुल गांधी का वायनाड से चुनाव लड़ना माना जा रहा है l
वायनाड में 26 अप्रैल को चुनाव संपन्न होना है lकमोबेश कुछ ऐसी स्थिति बसपा में भी बनी हुई है l यहां पर 2019 में गठबंधन की वजह से मायावती ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था lइस बार भी मायावती अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा को लेकर,खामोश बैठी हुई है l सामने मजबूत चेहरा स्मृति ईरानी का है,ऐसे में राहुल गांधी का वायनाड की तरफ रुख करने और इंडिया गठबंधन की तरफ से प्रत्याशी के नाम की घोषणा न होने के चलते,जनता के अंदर कन्फ्यूजन बना हुआ है l खास तौर से कांग्रेसी कार्यकर्ता हैरान और परेशान से नजर आ रहे हैं l उधर भारतीय जनता पार्टी अपने विजय रथ को आगे बढ़ाने के लिए दिन रात मेहनत कर रही है lऐसे में प्रत्याशी को उतारने में देरी कहीं इंडिया गठबंधन और बसपा के लिए गले की फांस ना बन जाए l यह भी एक बहुत बड़ा सवाल बनकर सामने आ रहा है l