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फूलपुर सीट को लेकर अनुप्रिया और बीजेपी में हो सकती है,बड़ी लड़ाई !

India Junction News Bureau

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Published: March 20, 2024 5:20 pm

लोकसभा चुनाव 2024 के मध्य नजर,उत्तर प्रदेश में क्षेत्रीय दलों का दबदबा लगातार कायम है lउनमें से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का घटक दल,अपना दल,अपनी ताकत और अपना दमखम पहले भी दिखा चुकी है lऔर इस बार फिर सीटों के बंटवारे को लेकर,अपना दल पूरी मजबूती के साथ खड़ी है l लेकिन अपना दल,एनडीए के अंदर क्या कुछ खास पकड़ रखती है ?और क्यों एनडीए के लिए,आज की तारीख में,अपना दल एक मजबूत स्तंभ बन चुका है l,लेकिन इससे पहले आप यह जान लीजिए की,प्रयागराज की ऐसी कौन सी सीट है ?जहां से अपना दल हमेशा से ही,सुर्खियों में रहा है l जी हां यह वही सीट है,जो राजनीति के बड़े-बड़े दिग्गज नेताओं के लिए हमेशा से ही नाक की सीट रही है l

यह सब जानने के लिए जरा फ्लैशबैक में चलते हैं l दरअसल,अपना दल का दबदबा प्रयागराज की फूलपुर सीट पर यूं ही नहीं कायम है lइससे पहले,डॉ. सोनेलाल पटेल फूलपुर से कुल पांच बार चुनाव लड़े थे l पहली बार वर्ष 1996 में उन्होंने फूलपुर से पर्चा भरा था l इसके बाद से 2009 तक,लगातार वह पांच चुनाव लड़े, लेकिन जीत नहीं पाए l सोनेलाल पटेल को 1996 के चुनाव में 2426 वोट,1998 में 42152, 1999 में 127780 वोट, 2004 के चुनाव में 80388 वोट और 2009 के चुनाव में 76699 वोट मिले थे l 2009 में उनके दिवंगत होने के बाद दल दो हिस्सों (अपना दल एस और अपना दल कमेरावादी) में बंट चुका है l

एक की कमान डॉ. पटेल की पत्नी कृष्णा पटेल और बड़ी बेटी पल्लवी पटेल के हाथों में है,तो दूसरे की कमांडर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और उनके पति आशीष पटेल हैं l दोनों बेटियां दिलोजान से विरासत की जंग लड़ रही हैं l इसी कड़ी में दोनों की निगाह फूलपुर सीट पर है lहालांकि, फूलपुर सीट से भाजपा की सांसद केशरी देवी पटेल हैं और पार्टी ने ऐसा कोई वादा नहीं किया,कि यह सीट वह अपनी सहयोगी अपना दल (एस) को देने वाली है l फिर भी, टिकट घोषणा होने तक,राजनीतिक संभावनाओं की उम्मीद कोई नहीं छोड़ रहा l

पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू, राम मनोहर लोहिया, कांशीराम और डॉ. सोनेलाल पटेल,जैसे राजनीतिज्ञों की कर्मस्थली होने की वजह से,फूलपुर सीट हमेशा सुर्खियां बटोरती रही है l मौजूदा समय में यहां की सांसद,भाजपा की केशरी देवी पटेल हैं l 2019 में सपा गठबंधन के प्रत्याशी पंधारी यादव को उन्होंने बड़े अंतर से हराया था l राजनीतिक समीकरणों की बात करें,तो 2022 के विधानसभा चुनाव में गठबंधन के साथ मिलकर 13 सीटें जीतने वाले, अपना दल (एस) ने इस बार,भाजपा नेतृत्व से यूपी में तीन लोक सभा सीटें मांगी थीं lहालांकि, उन्हें मिलीं दो ही हैं l इनमें से अभी राबर्ट्सगंज (सुरक्षित) और मिर्जापुर सीटें अद एस के पास हैं l मिर्जापुर से खुद अपना दल एस की अध्यक्ष,केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल सांसद हैं,तो राबर्ट्सगंज से पकौड़ी लाल कोल पिछले चुनाव में जीते थे l

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अनुप्रिया समर्थकों की दिली ख्वाहिश है,कि अपना दल के संस्थापक डॉ. सोने लाल पटेल फूलपुर से लगातार पांच बार चुनाव लड़े थे और यह सीट इस बार भी अपना दल के खाते में आए lयह दीगर बात है,कि सोनेलाल पटेल एक बार भी नहीं जीत पाए,लेकिन इसी निर्वाचन क्षेत्र के बूते ही पार्टी संगठन की ताकत बढ़ी l पार्टी बंट जाने के बावजूद,अनुप्रिया पटेल ने खुद को यूपी की बड़ी राजनीतिक हैसियत बना लिया है l विधायकों की संख्या की दृष्टि से उनकी पार्टी प्रदेश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी है l अपनी बढ़ती ताकत और विस्तार के बीच,पिता की विरासत पर अनुप्रिया की नजर है lवह फूलपुर सीट भी गठबंधन क खाते में चाहती हैं l मतलब साफ है,कि पिता की विरासत को जिंदा रखने और उत्तर प्रदेश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनने के बाद,अनुप्रिया पटेल पूरे दमखम के साथ,इस सीट को अपने पाले में चाहती हैं और अगर एनडीए घटक दल,अपना दल को यह सीट देती है,तो निश्चित तौर पर अनुप्रिया पटेल का जनाधार और पार्टी का वजूद एक बार फिर,इस लोकसभा चुनाव 2024 में अपनी ताकत दिखाने के लिए,बेकरार सा है

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