लोकसभा चुनाव को लेकर,उत्तर प्रदेश में सियासी पारा चढ़ता जा रहा है l ऐसे में पूर्वांचल की कुछ अहम सीटे,सभी दलों के लिए चुनौती बनी हुई है और पार्टियों में लगातार उठापटक का दौर देखा जा रहा है l लोकसभा से लेकर राज्यसभा और राज्यसभा से लेकर,विधानसभा के चुनाव में,गठबंधन की राजनीति तो हमेशा से देखी गई है,लेकिन इस बार जोड़-तोड़ की राजनीति का नया नजारा आम जनता को भी दिख रहा है l ओमप्रकाश राजभर पहले बीजेपी को कोसते थे l
आज बीजेपी के ही साथ है,ठीक यही हाल,शिवपाल सिंह यादव का है l पहले भतीजे अखिलेश यादव से नाराजगी थी,आज अखिलेश के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं l सांसद दानिश अली की अगर बात की जाए,तो पहले वह मायावती के खास दिखते थे,आज कांग्रेस के दामन में जा गिरे हैं l लेकिन इन सबके बीच,दलित वोट बैंक की राजनीति करने के लिए,समाजवादी पार्टी,कांग्रेस बसपा सभी आगे हैं,लेकिन बीजेपी ने इन सभी दलों से एक हाथ आगे निकलते हुए बसपा के एक दलित चेहरे को अपनी ओर आकर्षित कर लिया है l आखिर वह दलित चेहरा कौन है और पूर्वांचल की किस सीट से पर उस दलित चेहरे को भाजपा अपनी ढाल दलित वोटरों के लिए बनाएगी l
उससे पहले टेलीविजन स्क्रीन पर चल रहे,इस चेहरे को जरा गौर से पहचानएगा l दरअसल,यह चेहरा है,आजाद परिवार से ताल्लुक रखने वाली संगीता आजाद का l बीते 1 महीने पहले,संगीता आजाद ने जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी,तभी से माना जा रहा था,की संगीता आजाद,बसपा छोड़कर,भाजपा का दामन थाम सकती है l आखिरकार वही हुआ lसंगीता आजाद ने बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण कर ली, यही नहीं उनके पति हरि मर्दन ने भी संगीता सन्ग,बीजेपी का रास्ता अख्तियार कर लिया l लोकसभा चुनाव से पहले,संगीता का जाना बसपा के लिए बड़ा झटका है l इसकी पटकथा पहले से तैयार थी
\,जब वह पार्टी के कार्यक्रमों से दूर रहकर l प्रधानमंत्री,मुख्यमंत्री सहित भाजपा के अन्य नेताओं से मिलने लगी थीं l संगीता के ससुर गांधी आजाद बसपा के संस्थापक सदस्य रहे हैं l वह राज्यसभा सदस्य रहने के अलावा,बसपा के राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं lलालगंज लोकसभा क्षेत्र से बसपा सांसद,संगीता आजाद अपने पति पूर्व विधायक अरिमर्दन आजाद के साथ,हाथी की सवारी छोड़ नई दिल्ली में सोमवार को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की मौजूदगी में ‘भगवाधारी’ हो गईं,तो जिले की सियासत में हलचल तेज हो गई l
माना जा रहा है,कि संगीता आजाद के भाजपा में शामिल होने से,पूर्वांचल में भाजपा को लाभ होगा l पूर्वांचल की राजनीति में,उनके परिवार को दलितों का बड़ा हिमायती माना जाता है l संगीता आजाद के पति अरिमर्दन आजाद लालगंज विधानसभा क्षेत्र से बसपा के विधायक रह चुके हैं l संगीता आजाद ने 2019 में डेढ़ लाख लाख से भी ज्यादा वोटों से,भाजपा प्रत्याशी नीलम सोनकर को हराया था l और आज खुद संगीता आजाद के बीजेपी में आने से बीजेपी की स्थिति पूर्वांचल की लालगंज सीट पर बेहद मजबूत हो चुकी है
\ बीजेपी सस्ता ग्रहण करने के बाद संगीता आजाद ने कहा,कि भाजपा की रीतियों-नीतियों व प्रधानमंत्री द्वारा सर्व समाज के हित के लिए किए जा रहे,तमाम कार्य ने प्रभावित किया है l उनकी दूरगामी सोच, दुनिया में देश का बढ़ा सम्मान पीएम मोदी की देन है l फिलहाल अब संगीता आजाद और अनिम्रदन आजाद हाथी सवारी छोड़ चुके हैं और कमल की खुशबू बिखेरने के लिए पूर्वांचल की सरजमीं पर अपने कदम नए सिरे से रखेंगे और देखना यह होगा,कि बसपा छोड़कर आए,आजाद परिवार के इन दोनों अहम सदस्यों को,बीजेपी क्या तोहफा लोकसभा चुनाव 2024 में देती है ?