लोकसभा के चुनाव 2024 के जिक्र में,उत्तर प्रदेश केंद्र बिंदु में लगातार बना हुआ है और उत्तर प्रदेश की ही,पीलीभीत सीट पर कई दिनों से असमंजस की स्थिति बनी हुई थी l लेकिन अचानक पीलीभीत से वरुण गांधी का टिकट कटता है l वरुण गांधी चुप रहते हैं l समर्थकों में कोई भी सैलाब नहीं देखा गया और उसके बाद बड़ी खामोशी के साथ,मां का साथ और बीजेपी का विकास की बात करके,वरुण चुप हो जाते हैं lलेकिन क्या आपको लगता है,की वरुण गांधी चुप होने वाले लीडर में से हैं दरअसल, इसे राजनीतिक मजबूरी कहें,या फिर राजनीतिक परिपक्वता l वरुण खुद तो सामने नहीं आ रहे,लेकिन अंदर खाने बीजेपी को नुकसान पहुंचाने की पूरी तैयारी पीलीभीत सीट पर हो चुकी है l
यह हम नहीं,बल्कि पीलीभीत में बन रहे कुछ नए समीकरण बयां कर रहे हैं l आखिर वह समीकरण क्या है ?और पीलीभीत में दबे पांव बगावत के सुर कैसे अपने पैर पसार रहे हैं ? यह भी अपने टेलीविजन स्क्रीन पर चल रही इस रिपोर्ट में देख लीजिए और जान लीजिए l दरअसल,पीलीभीत,लोकसभा सीट से वरुण गांधी का टिकट कटने के बाद,समर्थकों में सन्नाटा है l तो वहीं स्थानीय नेताओं के चेहरे पर भी उदासी छाई हुई है l जिसका कारण,भारतीय जनता पार्टी का बाहरी चेहरे को टिकट देना बताया जा रहा है l भाजपा ने 24 मार्च को देररात जारी सूची में सांसद वरुण गांधी का टिकट काटकर, उनकी जगह उनकी जगह लोक निर्माण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद को उम्मीदवार घोषित किया है l 27 मार्च को नामांकन का अंतिम दिन था l ऐसे इस हाई प्रोफाइल लोकसभा सीट पर सभी की नजरें टिकी हुई थी lहालांकि कुछ दिन पहले,ही सांसद के निजी सचिव कमलकांत ने यहां पहुंचकर,नामांकन पत्र के चार सेट खरीदे थे l
जिसके बाद यह माना जा रहा था,कि सांसद वरुण गांधी पीलीभीत लोकसभा सीट से ही,चुनाव लड़ेंगे l लेकिन वरुण के समर्थकों को कोई संदेश जारी नहीं किया गया l ऐसे वरुण गांधी का अगला कदम क्या होगा ? इस पर सभी टकटकी लगाए हुए थे l वहीं स्थानीय निकाय चुनावों से कुछ दिन पहले ही,पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा समाजवादी पार्टी छोड़कर,भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे l जिसके बाद वह,भाजपा के कार्यक्रमों में भागीदारी करने लगे थे l हेमराज वर्मा भी,लोकसभा सीट से भाजपा टिकट की दावेदारी कर रहे थे l लेकिन भाजपा ने लोक निर्माण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद को उम्मीदवार घोषित कर दिया l जिससे पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा और उनके समर्थक आहत हैं l इतना ही नहीं पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा पूरी तरह बगावत के मूड में दिखाई दे रहे हैं l
बुधवार को पूर्व राज्यमंत्री के लिए उनके भाई पूर्व ब्लाक प्रमुख अरुण वर्मा ने नामांकन पत्र भी भी खरीदा था l जिसके बाद,राजनीतिक गलियारे में हेमराज वर्मा को लेकर अटकलें लगने लगी हैं l पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा ने यह भी कहा है,कि भाजपा ने सांसद वरुण गांधी का टिकट काटकर स्थनीय नेता को नहीं दिया है l जिससे उनके समर्थकों में रोष है l इसके चलते ही,उन्होंने नामांकन पत्र खरीदवाया है l पूर्व राज्यमंत्री ने अपने आवास पर समर्थकों की बैठक बुलाई l जिसमें वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर विचार विर्मश कर निर्णय लिया गया l मतलब साफ है,कि भाजपा ने वरुण गांधी का टिकट काटने के बावजूद,वहां के स्थानीय नेता को टिकट नहीं दिया l
जिसका अंदरखाने बीजेपी की लोकल इकाई अब विरोध भी कर रही है lभले ही वरुण गांधी चुप बैठ गए हैं और अपनी मां मेनका गांधी के चुनाव को सरल बनाने में जुट गए हैं,लेकिन बीजेपी के इस फैसले से पीलीभीत में बगावत के सुर नजर आ रहे हैं और अगर ऐसे में हेमराज वर्मा और बीजेपी के तमाम समर्थक,अंदरखाने खेल-खेलते है,तो निश्चित तौर पर,बीजेपी को पीलीभीत जैसी हॉट सीट पर कुछ ना कुछ खामियाजा,नुकसान के रूप में भुगतना भी पढ़ सकता है l कहीं ऐसा ना हो, कि ओवर कॉन्फिडेंस में बीजेपी के लिए यह सीट,गले की फांस बन कर रह जाए l