लोकसभा चुनाव 2024 से पहले,इंडिया गठबंधन और एनडीए दोनों के ही बीच,लगातार आरोप और प्रत्यारोप का दौर चला आ रहा है l मोदी सरकार में जांच एजेंसियों को लेकर,विपक्ष को धमकाने और दबाव बनाकर पार्टीयों को तोड़ने के साथ-साथ,दबाव के बल पर बीजेपी में आने के तमाम,आरोप इस समय मोदी सरकार और बीजेपी पर लग रहे हैं l दिल्ली के रामलीला मैदान से लेकर,हर रैली में लगभग लगभग विपक्ष के सभी नेता,जांच एजेंसियों को सीधे निशाने पर ले रहे हैं l अभी हाल ही में,आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को मिली जमानत के बाद,बीजेपी में दबाव की राजनीति की चर्चा हर तरफ जोरों पर है l
ऐसे में उत्तर प्रदेश का एक नाम,एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है l वह नाम किसका है और राज्यसभा चुनाव में उसे नाम की क्या भूमिका थी ?यह तमाम कुछ ऐसे सवाल हैं,जिनके जवाब के लिए आज इंडिया जंक्शन अपनी इस रिपोर्ट में पड़ताल करेगा l दरअसल कभी बिजनेस की दुनिया में बेताज बादशाह रहे,संजय सेठ इस समय चुनाव से पहले फिर सुर्खियों में आ गए हैं l संजय सेठ शालीमार कारपोरेशन के मालिकों में से एक है l बड़े कारोबारी है और अब बीजेपी के साथ है lलेकिन बीजेपी में आने से पहले,इन पर ऐसी कौन-कौन सी गाज गिरी थी ? जिसके बाद,यह Satendr हो गए और बीजेपी के आगे नतमस्तक हो गए l मालूम हो,कि 2015 में इनकम टैक्स विभाग ने सेठ से जुड़े शालीमार कॉर्प के कार्यालयों पर छापा मारा गया था l एमएलसी चुनावों के लिए,सेठ के नाम पर यूपी के राज्यपाल की आपत्ति के बाद,सपा ने उन्हें 2016 में राज्यसभा भेजा l ऐसा कहा जाता है,कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के परिवार के करीबी माने जाने वाले,संजय सेठ ने,साल 2019 के लोकसभा चुनाव के वक्त एसपी-बीएसपी गठबंधन बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी l
मगर चुनाव में एसपी-बीएसपी गठबंधन हार गया,जिसके बाद संजय सेठ अगस्त 2019 में भाजपा में शामिल हो गए l इसके बाद,2024 में वह भाजपा के टिकट पर राज्यसभा चुनाव भी जीते,लेकिन समाजवादी पार्टी से लेकर भाजपा तक के सफर में,संजय सेठ पर ना सिर्फ उंगलियां उठी,बल्कि इस बार विपक्ष का पूरा हाथ,उनके गिरेबान तक पहुंच गया l संजय सेठ के लिए,2015 काफी मनहूस था l यह वही सन था जब,आईटी ने सेठ की कंपनी पर छापा मारा lअगस्त 2019, संजय बीजेपी में शामिल हुए l
जुलाई 2023 उनके समूह के कार्यकारी से पूछताछ की गई l
फरवरी 2024 भाजपा ने सेठ को यूपी से राज्यसभा के लिए मैदान में उतारा l वर्तमान में फिलहाल संजय सेठ पर जांच जारी है,लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है और वह वर्तमान में बीजेपी की तरफ से राज्यसभा सांसद भी हैं l ऐसे में,इलेक्शन से ठीक पहले,संजय सेठ पर कार्रवाई न होने की चर्चा जोरों पर है l
उधर विपक्ष भी लगातार चीन चीख चीख कर कह रहा है,की भाजपा वाशिंग मशीन के तौर पर काम कर रही है l यानी जो लोग भाजपा में आ जाते हैं l उनके सभी गुनाहों को माफ कर दिया जाता है l फिलहाललोकसभा चुनाव 2024 के बीच,आरोप और प्रत्यारोप के चलते,भाजपा की किरकिरी हो रही है l लेकिन आस्था के मुद्दे पर,बीजेपी अभी भी विपक्ष पर भारी पड़ रही है lलेकिन आरोप और प्रत्यारोप और आस्था की इस लड़ाई में,जीत किसकी होती है,यह भी लोकसभा चुनाव 2024 के रिजल्ट आने के बाद,साबित ही हो जाएगा l